देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के वीर सावरकर पर बुधवार को दिए गए बयान 'सावरकर ने खुद नहीं, बल्कि गांधी जी के कहने पर दया याचिका लगाई थी' के बाद पक्ष विपक्ष के बीच तकरार जारी है. सावरकर के माफीनामे पर चल रहे विवाद के बीच आजतक से बात की वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने. रंजीत सावरकर ने बताया कि 1920 में गांधी ने सावरकर के भाई को याचिका दायर करने के लिए पत्र लिखा था और उसके बाद याचिका लगाई गई थी. उन्होंने कहा, 'सावरकर ने 1913 के बाद कई याचिकाएं लगाई थीं जो सभी कैदियों की रिहाई के लिए थी. इसमें उन्होंने ये भी कहा था कि अगर मेरी रिहाई अन्य कैदियों की रिहाई में आड़े आ रही है तो उन्हें रिहा कर देना चाहिए.' ज्यादा जानकारी के लिए देखें वीडियो.
Amid the ongoing controversy over Veer Savarkar's mercy petition, his grandson, Ranjit Savarkar spoke to AajTak. Ranjit Savarkar said his grandfather did not apologise to the British and had sought a general amnesty for all the political prisoners.