वाराणसी स्थित संत रविदास के मंदिर पर यूं तो हर साल भीड़ जुटती है. लेकिन इस बार इस भीड़ में वो चेहरे भी हैं जिन्हें अक्सर यहां देखा नहीं जाता. चुनावी नैया पार करने की लालसा इस बार इन्हें यहां खींच लाई है. पहले चरणजीत चन्नी और फिर राहुल और प्रियंका गांधी संत रविदास के मंदिर आए. लेकिन आखिर संत रविदास कौन थे जिनके जरिये आज वोटरों को खींचने का प्रयास हो रहा है. संत रविदास एक महान समाज सुधारक थे. उनका जन्म वाराणसी के गोबर्धनपुर गांव में हुआ था. उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई, छुआछूत का विरोध किया, अपनी बुलंद लेखनी से उन्होंने ब्राह्मणवाद का मुखर विरोध किया. देखें ये पूरी रिपोर्ट.