औरंगजेब के शासनकाल पर पार्टी प्रवक्ताओं में तीखी बहस हुई. पैनलिस्ट ने औरंगजेब के फरमान 'मासरे आलमगीरी' का जिक्र किया जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़ने का हुकुम दिया गया था. इतिहास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के दौरान शिवाजी महाराज, मिर्जा राजा जयसिंह और 1857 की क्रांति का भी जिक्र हुआ. बहस के दौरान तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली.