हमारे देश में महिला दिवस एक दिन का रस्मी रिवाज जैसा मानकर छोड़ दिया जाता है. देश में घर संभालने वाली 16 करोड़ महिलाओं को उनके श्रम के बदले सम्मान तक नहीं दिया जाता. देश में नौकरी-व्यवसाय को तो काम मानकर पूजते हैं लेकिन महिलाओं के घर के काम को, घर में क्या करती हो कहकर ताना मारा जाता है. देखें ये रिपोर्ट.
According to a study by the international organization Oxfam, the value of women's 'housework' is 3.1 per cent of the Indian economy. Watch this video to know more.