ऑफिस से छुट्टी तो ले ली. फैमिली या फ्रेंड्स के साथ कहीं घूमने जाने की प्लानिंग भी है. लेकिन दिल है कि ऑफिस और बॉस के डर की घुट्टी घोल के पिया हुआ है. आज तक ऑफिस से ली
हुई हर छुट्टी सुकून को तरसी है. छुट्टी वाले दिन भी बॉस की ईमेल्स, मैसेज और फोन कॉल्स ने कभी आपका पीछा नहीं छोड़ा. तो ढूंढ रहे हैं कोई ऐसी जगह जहां बेफिक्री से घूमने जा
सकें? हम बताते हैं आपको 7 ऐसी खुफिया जगहों का पता जहां कोई आपको डिस्टर्ब नहीं करेगा, और आप होंगे प्रकृति की गोद में.
तमारा रिसॉर्ट (कूर्ग): कर्नाटक के कूर्ग की खुशनुमा वादियों में यह रिसॉर्ट पहाड़ियों पर घने जंगलों में बनाया गया है. हरियाली से भरी पहाड़ियां, दूर-दूर तक फैले चाय और कॉफी के बागान, संतरे के अनगिनत पेड़, लहरदार सड़कें और कावेरी नदी के नजारे - तमारा में आपके लिये बहुत कुछ है.
किब्बर (हिमाचल प्रदेश): हिमालय से चारों ओर से ढंका और स्पिति की घाटी में बसा यह गांव 4270 मीटर्स या 14,200 फीट की ऊंचाई पर है. यह दुनिया के सबसे ऊंचे गांवों में से
एक है. जरा सोचिये कि यहां से घाटी का क्या नजारा दिखता होगा! ऑफिस, रिपोर्ट्स, फाइलें वगैरह यहां आपको डिस्टर्ब नहीं करेंगी.
चितकुल (हिमाचल प्रदेश): हिमाचल के किन्नौर डिस्ट्रिक्ट में है यह छोटा सा गांव. इसे भारत का आखिरी बसा हुआ गांव माना जाता है. पहाड़ी सड़कें यहां आकर खत्म हो जाती हैं.
यहां जब आप पहाड़ों को टकटकी लगाए देखते हैं वहीं एक खम्बे पर लगा हुआ साइनपोस्ट आपको बताता है कि आप सड़क के अंत पर खड़े हैं.
मचान (लोनावला): घने जंगल में 40 फीट ऊपर पेड़ों पर घर बनाकर रहने का क्या मजा है वो मचान में आकर ही पता चलता है. यहां टीवी नहीं है, और मोबाइल नेटवर्क भी कमजोर
हैं. स्क्रैबल खेलिए, किताबें पढ़िए. दुनिया की खोज-खबर छोड़िए और प्रकृति की गोद में वर्तमान में जिंदगी का मजा लीजिए.
जांस्कर (जम्मू कश्मीर): कारगिल डिस्ट्रिक्ट की इस बर्फ से जमी जमीन के अलग ही नजारे हैं. यहां के बर्फीले ठंडे पानी में 28 किलोमीटर की राफ्टिंग का एडवेंचर भी अलग ही है. शांत
माहौल और बेमिसाल ऊंचे बर्फीले पहाड़, मानो यही स्वर्ग है. यहां के पहाड़ों की विशालता के आप फैन हो जाएंगे. और आपका मोबाइल भी यहां आपका साथ छोड़ देगा.
तोष (हिमाचल प्रदेश): स्वागत है आपका हिमाचल की वादियों में छुपे एक ऐसे गांव में जो बाकी दुनिया से सिर्फ एक लकड़ी के पुल से जुड़ा है. मणिकरण से 10 किलोमीटर का ट्रैकिंग
रास्ता दिल्लीवालों के साथ साथ कई फिरंगियों की पसंद भी बनता जा रहा है. यहां के शांत पहाड़, बर्फीली वादियां, बेमिसाल हरियाली और स्वर्ग सा माहौल आपको बाकी दुनिया से
अलग कर देगा.
गवि (केरल): साउथ इंडिया में हरियाली का प्रतीक माना जाने वाला केरल सभी टूरिस्ट की चुनिंदा पसंदों में से एक है. रणनी रिजर्व फॉरेस्ट के अंदर यह एकांत गांव आपको उम्दा
बैकवाटर्स से लुभाएगा. और हां, एक अच्छी खबर - यहां मोबाइल फोन में नेटवर्क भी नहीं आते.