अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि इस ऐतिहासिक कामयाबी के पीछे कौन-कौन शख्स हैं. अखिलेश के दोस्तों की लिस्ट बहुत लंबी नहीं है, लेकिन कुछ लोगों को उनका बेहद करीबी माना जाता है. अखिलेश के करीबी लोगों में सुनील यादव और राजीव राय हैं. सुनीव को उनकी आंख और कान कहा जाता है. राजीव राय पार्टी के सेक्रेटरी हैं और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पार्टी का मत रखने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है.
समाजवादी पार्टी में बाहर से सबकुछ ठीक-ठाक लगता है, लेकिन लगता है अभी भी अंदरूनी विवाद सुलझे नहीं हैं. सपा के नेता आजम खान की बातों से तो ऐसा ही लग रहा है कि अभी सब ठीक नहीं हुआ है. हालांकि अखिलेश यादव और आजम साथ ही नजर आए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद मायावती 'छवि सुधारो अभियान' चलाएंगी. बसपा विधायक दल की बैठक में उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि कहीं भी सरकार से लडऩा नहीं है, उत्पीडऩ की घटनाओं पर पार्टी पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को धरना प्रदर्शन नहीं करना है बल्कि पार्टी नेताओं को जानकारी देनी है. वे राज्यपाल को ज्ञापन देंगे या विधानसभा में मामला उठाएंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी प्रकाश सिंह बादल और अखिलेश यादव के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगी. ममता के इस तरह से समारोह में पहुंचने के पीछे सियासी कारण हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस तरह से ममता एक नया मोर्चा बना रही हैं.
राजस्थान के ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र मालवीय पर उनकी पत्नी ने प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं, राज्य महिला आयोग ने किया मालवीय को तलब. उनकी पत्नी का आरोप है कि पहले मंत्री ने उनसे प्रेम विवाह किया और दो बच्चे होने के बाद बच्चों को साथ रख उन्हें घर से निकाल दिया.
आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे जाट नेताओं और सरकार के बीच समझौता हो गया है. सरकार ने गिरफ्तार आंदोलनकारियों की रिहाई की बात मान ली है जबकि आंदोलनकारी अपने साथियों की रिहाई के बाद आंदोलन वापस लेने पर राजी हो गए हैं.
अभिनेता सैफ अली खान को मक्का और मदीना में भोपाल के नवाब द्वारा बनाए गए रुबात (गेस्ट हाउस) की देखभाल के लिए सऊदी अरब के एक व्यक्ति को नियुक्त किए जाने के विरोध में काले झंडे दिखाए गए.
मुरैना में शहीद हुए IPS नरेंद्र कुमार की जान को खतरा था, ये खुलासा खुद उनकी IAS पत्नी मधुरानी तेवतिया ने किया है. मधुरानी इस पूरे कांड में सरकार के रवैये से भी काफी नाराज हैं. उनका मानना है कि जिस तरह का काम उनके पति कर रहे थे, उसके मुताबिक उन्हें प्रोटेक्शन नहीं मिला था.
खरबों रुपए के एक्शन प्लान के बावजूद भी गंगा मैली की मैली ही है. सरकारें पानी में पैसा बहाकर भी चुप बैठी हैं. बनारस में जानेमाने पर्यावरणविद् जी.डी. अग्रवाल ने गंगा के लिए जान की बाजी लगा दी है, उन्होंने मांगें नहीं माने जाने तक अन्न-जल त्याग दिया है.
भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कहा है कि नयी पीढ़ी के बल्लेबाजों को राहुल द्रविड़ या सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाजों की नकल करके खुद पर दबाव नहीं बनाना चाहिए बल्कि उन्हें अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहिए.