काले धन पर राजनीति तेज हुई तो किसी ने नहीं सोचा था कि इसका अंजाम कालिख तक पहुंच जाएगा. पहले योग गुरु बाबा रामदेव पर काली स्याही फेंकी गयी और अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तस्वीर पर कालिख पोत दी गयी.
वहां मौजूद लोगों ने कालिख पोतने वाले शख्स को पकड़ कर उसकी जबरदस्त पिटाई की. इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.
कालिख पोतने वाला खुद को बाबा रामदेव का समर्थक बता रहा था.
गौरतलब है कि दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय 24 अकबर रोड पर स्थित है.
इस घटना से वहां जबरदस्त हंगामा हुआ. दोपहर करीब चार बजे एक दर्जन लोग वहां पहुंचे और बाबा रामदेव के समर्थन में नारे लगाने लगे. वे नारे लगा रहे थे कि साधु-संतों का अपमान-नहीं सहेगा हिंदुस्तान.
बीजेपी नेता बलवीर पुंज ने कहा है कि पहले पहले बाबा रामदेव के चेहरे पर और अब सोनिया गांधी के पोस्टर पर कालिख फेंकने की घटना कड़ी से कड़ी निंदा की.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पहले बाबा रामदेव और अब 24 अकबर रोड पर
सोनिया गांधी के पोस्टर पर कालिख फेंकने की घटना को पूरी सोची-समझी रणनीति
से अंजाम दी गई बीजेपी की साजिश बताया है.
कालिख का जवाब क्या कालिख से दिया जा रहा है? दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर सोनिया गांधी की तस्वीर पर कालिख फेंकी गई और आरोप लग रहे हैं कि ये बाबा रामदेव के समर्थकों का काम है. हालांकि रामदेव इस बात से नकार कर रहे हैं कि कालिख उनके लोगों ने फेंकी है.
इस घटना पर बाबा रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि, यह घटना किसी साजिश का नतीजा है.
इस बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव कांग्रेस के लिए सीधे राहुल गांधी की इज्जत से जुड़ गया है. राहुल गांधी ने इसके लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। और अब इस कड़ी में उनका साथ देने के लिए अमेठी पहुंच गयी हैं उनकी बहन प्रियंका गांधी.
क्या होगा पाक सरकार का? क्या प्रधानमंत्री गिलानी की उल्टी गिनती शुरु हो
गई है? पाकिस्तान की सियासत में इस वक्त जबरदस्त हलचल मची है.
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को करारा झटका दिया. गिलानी को अवमानना का नोटिस थमा दिया है. कुछ घंटो बादी ही गिलानी ने भी इस्तीफे की पेशकश कर दी.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि एक तरफ जहां कांग्रेस दिल्ली को लूट रही है वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार लखनऊ को लूटने का काम कर रही हैं.
वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि आने वाले महीने में कीमतों में नरमी जारी रहेगी और मार्च 2012 तक मुद्रास्फीति छह से सात प्रतिशत के बीच रहेगी.