पेट्रोल के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं. आधी रात से 70 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया है.
25 जुलाई को प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति पद की शपथ के साथ ही शुरू हो जाएगी उनकी ‘गुरु’ परीक्षा. सालों से चर्चा में रहे अफजल गुरु का मामला राष्ट्रपति बनते ही प्रणब मुखर्जी की मेज पर होगा.
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के आठ जिलों के नाम बदल दिये है. इन जिलों में अधिकांश का गठन पूर्ववर्ती मायावती सरकार में हुआ था और कुछ का बसपा सरकार के राज में नाम बदला गया था.
सूखे को लेकर देश की सरकार आखिरकार जाग गई. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सूखे पर चिंता जताई है. हालांकि प्रधानमंत्री ने कहा है कि सूखे से निपटने के लिए सरकार तैयार है.
गुवाहाटी में एक पब के बाहर एक लड़की से सामूहिक छेड़छाड़ के सनसनीखेज मामले के मुख्य अभियुक्त अमरज्योति कालिता को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गिरफ्तार कर लिया गया. वह पिछले एक पखवाड़े से गिरफ्तारी से बच रहा था.
पवित्र अमरनाथ गुफा में हिमलिंगम के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की मौत के बढ़ते मामलों से क्षुब्ध सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जम्मू कश्मीर सरकार से यात्रियों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता दल तैनात करने को कहा. अब तक, अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले 97 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.
आजाद हिंद फौज की पहली महिला कैप्टन लक्ष्मी सहगल (98) का कानपुर में निधन हो गया.
मारुति के मानेसर प्लांट में हिंसा के बाद इलाके के लोगों के लिए रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है. गांव की पंचायतें मारुति प्रबंधन के समर्थन में आ गई हैं.
एनसीपी और कांग्रेस के बीच गतिरोध बरकरार रहने के मद्देनजर सोनिया गांधी को सोमवार को एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल से यह कहते सुना गया कि संकट समाप्त करने के लिए वह ‘कुछ करें’.
पेट्रोल के दाम एक बार फिर बढ़ गए हैं. आज आधी रात से 70 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया गया है.
अफजल गुरु संसद पर आतंकी हमले की साजिश रचने का दोषी है. उसे 7 साल पहले फांसी की सजा मिली थी. लेकिन वो अभी तक जेल में राष्ट्रपति के फैसले का इंतजार कर रहा है. करीब 11 साल होने को आए लेकिन संसद पर आतंकी हमले का दोषी अफजल गुरु आज भी जिंदा है.
सांसदों ने सोमवार को राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल को विदाई दी. पाटिल का कार्यकाल पूरा हो रहा है और वह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के लिए पद से विदा हो रही हैं. संसद के केंद्रीय कक्ष में हुए इस विदाई समारोह का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने किया, जिसमें उपराष्ट्रपति डा हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और दोनों सदनों के विपक्ष के नेता भी मौजूद थे.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा का समर्थन किए जाने को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दूरदृष्टि का अभाव बताया और साथ ही कहा कि मुखर्जी को सर्वसम्मति से राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए था.