डीएनए जांच रिपोर्ट के नतीजे में यह बात सामने आयी कि पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण दत्त तिवारी 32 वर्षीय रोहित शेखर के पिता हैं.
इस बीच कांग्रेस ने दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा 87 वर्षीय उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री तिवारी की डीएनए जांच का नतीजा घोषित किये जाने के बाद इस पूरे मामले से अपने को यह कहते हुए अलग कर लिया कि यह एक ‘निजी मुद्दा’ है.
नारायण दत्त तिवारी ने अपने खिलाफ पितृत्व मुकदमे में हार का सामना करने के बाद कहा कि इस मामले से कोई ‘मुद्दा’ नहीं बनाया जाना चाहिए.
उज्ज्वला ने कहा कि लंबी कानूनी लड़ाई और तिवारी के ‘सच्चाई को छुपाने’ तथा एक के बाद एक बाधाएं खड़ी करके के बाद यह उनके लिए ‘ऐतिहासिक’ पल है.
रोहित ने डीएनए जांच नतीजे का स्वागत करते हुए कहा कि मैं उनका नाजायज पुत्र नहीं हूं. वह (तिवारी) मेरे नाजायज पिता हैं.
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अमरनाथ श्रद्धालुओं को लेकर जा रहे एक ट्रक के गहरी खाई में गिरने से 16 लोगों की मौत हो गयी और 16 अन्य घायल हो गए.
लखनऊ में अपनी नेता मायावती की मूर्ति खंडित किये जाने से नाराज बहुजन समाज पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात करके सूबे में जंगलराज कायम होने का आरोप लगाया और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की.
पाकिस्तान में एक विवादित टीवी एंकर के लाइव टीवी शो में एक हिन्दू लड़के ने इस्लाम कबूल किया. इस घटना से जहां देश के उदारवादियों में खलबली मच गई है वहीं अल्पसंख्यक समुदाय में चिंता की लहर दौड़ गई है.
बाबा रामदेव ने टीम अन्ना के आंदोलन में साथ रहने की बात तो कही लेकिन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर टीम अन्ना के आलोचनात्मक रुख से असहमति जता दी.
बाबा रामदेव ने हजारे के आंदोलन में साथ रहने की बात तो कही लेकिन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर टीम अन्ना के आलोचनात्मक रुख से असहमति जता दी.
अनशन कर रहे टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय सहित अन्ना हजारे के मंच पर रामदेव अपने समर्थकों के साथ शंखनाद करते हुए पहुंचे.
संप्रग सरकार के खिलाफ टीम अन्ना के अनशन स्थल जंतर मंतर पर योगगुरू बाबा रामदेव के आने के साथ ही समर्थकों की भीड़ में इजाफा हुआ और संख्या लगभग तीन हजार के पार जा पहुंची.
उनके आने के साथ ही बारिश की इनायत भी हुई. हल्की फुहारों में भीड़ रामदेव को सुनने के लिए डटी रही. योगगुरू के समर्थक राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के झंडे लेकर डटे थे.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री वी नारायणसामी पर पलटवार करते हुए टीम अन्ना ने कहा कि महाराष्ट्र सदन और देश किसी की बपौती नहीं हैं. नारायणसामी ने कथित तौर पर कहा था कि अन्ना लोगों को धोखा दे रहे हैं और खुद महाराष्ट्र सदन में आराम फरमा रहे हैं.