देशभर में आजादी का जश्न मनाया जा रहा है. 66वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के विभिन्न राज्यों में तिरंगा फहराया गया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने झंडा फहराने के बाद लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित किया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कि विकास प्रक्रिया से जुड़े मामले राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों की तरह देखे जाएं.
ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से देश के 66वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जहां तक तेज आर्थिक विकास के लिए देश के अंदर अनुकूल वातावरण बनाने का प्रश्न है, मेरा मानना है कि बहुत से मुद्दों पर आम राजनीतिक सहमति नहीं होने के कारण हम ऐसा नहीं कर पा रहे हैं. अब समय आ गया है कि हम अपनी विकास प्रक्रिया से जुड़े मामलों को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों की तरह देखें.’
लाल किले से तिरंगे का विहंगम दृश्य.
प्रधानमंत्री के रूप में नौंवी बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ‘लोकसभा ने लोकपाल विधेयक पारित कर दिया है. हमें उम्मीद है कि राज्यसभा में इस विधेयक को पारित करने में सभी राजनीतिक दल हमारी मदद करेंगे. लोकसेवकों के काम में पारदर्शिता और जवाबदेही बढाने और उसमें भ्रष्टाचार कम करने की कोशिश हम जारी रखेंगे.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों विश्व अर्थव्यवस्था एक मुश्किल दौर से गुजर रही है. दुनिया के सभी देशों में आर्थिक विकास की रफ्तार कम हुई है. यूरोप के देशों को मिलाकर देखा जाए तो इस साल उनकी विकास दर शून्य रहने का अनुमान है. हमारे देश के बाहर के हालात का असर हम पर भी पड़ा है. साथ ही देश के अंदर कई ऐसी परिस्थितियां बनी हैं जो हमारे आर्थिक विकास में बाधा पहुंचा रही हैं.
लाल किला पर मौजूद बच्चों के बीच उत्साह देखने योग्य था.
प्रधानमंत्री ने शासन प्रशासन के काम में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का संकल्प दोहराने के साथ ही यह भी ध्यान रखने को कहा कि बेबुनियाद शिकायतों और गैर जरूरी अदालती कार्रवाइयों से अधिकारियों के मनोबल को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने झंडा फहराने से पहले गार्ड ऑफ ऑनर लिया.
असम में जातीय हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने वायदा किया कि सरकार इन घटनाओं की वजहों को समझने की पूरी कोशिश करेगी और राज्य सरकारों के साथ मिलकर मेहनत से काम करेगी ताकि देश में कहीं भी इस तरह के हादसे दोबारा न होने पायें.
आंतरिक सुरक्षा की चर्चा करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ‘सांप्रदायिक सदभाव को हमें हर कीमत पर बनाये रखना है. इस महीने के शुरू में पुणे में जो घटनाएं हुईं, वे इस बात की तरह इशारा करती हैं कि आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में हमें अभी भी काफी काम करना है.’
महंगाई पर काबू पाने का संकल्प करते हुए उन्होंने खराब मानसून की वजह से कुछ मुश्किल पेश आने का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि जिन जिलों में बरसात में 50 प्रतिशत या उससे ज्यादा की कमी हुई है, सरकार किसानों को डीजल सब्सिडी दे रही है. बीज सब्सिडी में बढ़ोतरी की गयी है. चारे के लिए केन्द्र की योजना में उपलब्ध राशि बढ़ा दी गयी है.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं.
जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तिरंगा फहराया.
तमिलनाडु में मुख्यमंत्री जयललिता ने तिरंगा फहराया.
किसानों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अच्छी बात यह है कि हमारे किसान भाई बहनों की मेहनत की वजह से देश में अनाज का बहुत बडा भंडार है और अनाज की उपलब्धता की समस्या हमारे सामने पैदा नहीं होगी.’
अपनी चिर-परिचित नीले रंग की पगड़ी बांधे प्रधानमंत्री ने राष्ट्रध्वज फहराने के बाद दिये अपने संबोधन में देश के सैन्यबलों की सराहना करते हुए कहा, ‘हमने हाल के महीनों में अपनी सेना की भूमिका और उसकी तैयारी के बारे में काफी बहस देखी. हमारी सेना और अर्धसैनिक बल हर प्रकार की चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. सरकार इन बलों को आधुनिक बनाने के लिए वचनबद्ध है और उन्हें जरूरी प्रौद्योगिकी एवं साज सामान मुहैया कराने का काम जारी रखेगी.’
किसानों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अच्छी बात यह है कि हमारे किसान भाई बहनों की मेहनत की वजह से देश में अनाज का बहुत बडा भंडार है और अनाज की उपलब्धता की समस्या हमारे सामने पैदा नहीं होगी.’
मनमोहन सिंह ने बताया कि सेना के सैनिकों और अधिकारियों के वेतन एवं पेंशन संबंधी मामलों की जांच के लिए सरकार ने एक समिति का गठन किया है. यह समिति सेवानिवृत्त सैनिकों और अधिकारियों की पेंशन और उनके परिजनों को मिलने वाली पारिवारिक पेंशन से संबंधित मुद्दों की भी जांच करेगी. समिति की सिफारिशें हासिल होने के बाद हम उन पर जल्द से जल्द फैसला करेंगे.
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में बरसात में 50 प्रतिशत या उससे ज्यादा की कमी हुई है, सरकार किसानों को डीजल सब्सिडी दे रही है. बीज सब्सिडी में बढ़ोतरी की गयी है. चारे के लिए केन्द्र की योजना में उपलब्ध राशि बढ़ा दी गयी है.
मनमोहन सिंह ने उम्मीद जतायी कि परेशानियों का मौजूदा दौर ज्यादा दिन नहीं चलेगा. इन दिक्कतों का सामना करते हुए हमें इस बात से हौसला मिलना चाहिए कि पिछले आठ साल में हमने कई क्षेत्रों में असाधारण सफलताएं प्राप्त की हैं. जरूरत इस बात की है कि हम इस तरह की सफलताएं बहुत से नये क्षेत्रों में भी हासिल करें.
महंगाई पर काबू पाने का संकल्प करते हुए उन्होंने खराब मानसून की वजह से कुछ मुश्किल पेश आने का उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि पिछले आठ साल के दौरान सरकार की कोशिश रही है कि हम अपने नागरिकों को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनायें ताकि वह राष्ट्र निर्माण के महान काम में योगदान दे सकें.
आंतरिक सुरक्षा की चर्चा करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ‘सांप्रदायिक सदभाव को हमें हर कीमत पर बनाये रखना है. इस महीने के शुरू में पुणे में जो घटनाएं हुईं, वे इस बात की तरह इशारा करती हैं कि आंतरिक सुरक्षा के क्षेत्र में हमें अभी भी काफी काम करना है.’
देश में तेज आर्थिक विकास के लिए अनुकूल वातावरण बनाने की राह में कई मुद्दों पर आम राजनीतिक सहमति नहीं होने को बाधा मानते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अब समय आ गया है कि विकास प्रक्रिया से जुड़े मामले राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों की तरह देखे जाएं.
इस कई दिग्गज नेता लाल किले पर मौजूद दिखे. कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी नजर आईं.
देश के 66वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. इस दौरान लाल किला पर कड़ी सुरक्षा देखने को मिली.
लाल किले पर सुरक्षा के काफी कड़े इंतजाम थे.
लाल किले पर ध्वजारोहण के समय कई स्कूली बच्चे भी मौजूद थे.
आजादी के दिन की रौनक इनसे भी थी.
लाल किला सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखने को मिले
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देश को संबोधित किया.
लाल किले पर आजादी का रंग साफ देखने को मिला.
हिन्दुस्तान आजादी के 65 साल पूरे कर चुका है. स्वतंत्रता दिवस के इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया.
लाल किला पर आजादी का रंग चढ़ा हुआ है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किला का नजारा कुछ यूं दिखा.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस दौरान राजघाट पर भी पहुंचे.
प्रधानमंत्री के रूप में नौंवी बार लाल किले पर मनमोहन सिंह ने तिरंगा फहराया.
पूरे देश में आजादी का रंग देखने को मिला. हर किसी ने अपने अलग अंदाज में आजादी के रंग दिखाए.
देश के स्वतंत्रता दिवस पर इनका अंदाज भी देखने लायक था.
बच्चे हों या बूढ़े हर किसी के सिर चढ़ा हुआ है आजादी का रंग.
सड़कों पर भी तिरंगे का रंग चढ़ा दिखा.
तिरंगा के लिए हर भारतीय के मन में सम्मान है और स्वतंत्रता दिवस पर ये देखने को भी मिला.
पूरा देश ही मानो तिरंगामय हो गया है.
इस दौरान तिरंगा बेचने वालों की चांदी हो गई.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली और राज्यों की राजधानियों तथा महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर किसी भी आतंकी हमले से निपटने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.
इंडिया गेट पर भी कड़ी सुरक्षा देखने को मिली.
स्वतंत्रता दिवस हो और इंडिया पर गेट पर तिरंगा ना दिखे ऐसा तो होना मुमकिन ही नहीं है.
देश के हर कोने में तिरंगे का रंग छाया नजर आया.
इंडिया गेट की सफाई में लगा कर्मचारी.
बच्चों से लेकर बूढ़े हर कोई आजादी के जश्न में डूबा हुआ है.
इस बच्चे पर तो आजादी का रंग खूब चढ़ा दिखा.
आजादी की शाम इंडिया गेट का नजारा कुछ यूं होता है.