scorecardresearch
 
Advertisement
भारत

एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा

एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 1/7
मध्य प्रदेश लोकायुक्त पुलिस की छापामार कार्रवाई में एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा हुआ है. राजधानी भोपाल में लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के संचालक ए. एन. मित्तल के पास 75 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं.
एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 2/7
पुलिस अधीक्षक सिद्घार्थ चौधरी के मुताबिक मित्तल के आवास से 50 एकड़ जमीन के दस्तावेज मिलने के साथ 38 लाख नकदी व 75 लाख से अधिक के जेवरात मिले हैं.
एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 3/7
मित्तल का भव्य आवास होने के साथ ही विदेशी मुद्रा भी मिली है. उनका रहन-सहन उच्च श्रेणी का है, उन्हें कुत्ते पालने का विशेष शौक है.  मित्तल की कुल सम्पत्ति की कीमत 75 करोड़ है.
Advertisement
एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 4/7
लोकायुक्त का छापा पड़ने और मित्तल के पास आय से अधिक संपत्ति मिलने के बाद सरकार ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की है. मित्तल को निलंबित कर दिया गया है.
एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 5/7
मित्तल जिस 50 एकड़ जमीन के मालिक हैं, उसकी वर्तमान अनुमानित दर 75 लाख रुपए एकड़ के आसपास है.
एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 6/7
वहीं जूनियर ऑडीटर गणेश किरार के भी करोड़पति होने का खुलासा हुआ है.
एमपी: सरकारी कर्मचारियों के करोड़पति होने का खुलासा
  • 7/7
किरार के भोपाल में दो मकान हैं, दो दुकानें हैं और बैरसिया, रायसेन के अलावा अन्य स्थानों पर 20 एकड़ से ज्यादा की जमीन भी है. कई गाड़ियां भी मिली है. किरार के पास मिली संपत्ति की अनुमानित कीमत कई करोड़ रुपये है.
Advertisement
Advertisement