महा शष्ठी से दुर्गा पूजा शुरू हो गई है. पूजा के पहले दिन वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मां की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा की गई.
ढाक की थाप के साथ शुरू हुई दुर्गा पूजा. पूजा पंडालों में धूम.
शनिवार से दुगा पूजा शुरू हो गई है, पूजा के लिए सजा पंडाल.
दुर्गा पूजा के पंडाल को अंतिम रूप देता एक कारीगर.
दिल्ली में कई पूजा पंडाल थीम पर सजाए गए हैं. कश्मीरी गेट की दुर्गा पूजा का यह 103वां वर्ष है और इस वर्ष पंडाल का थीम 'ग्रीन' है.
दुर्गा प्रतिमा को इको फ्रेंडली भी बनाया गया है जिससे विसर्जन के वक्त यह पानी में पूरी तरह से घुल जाए.
इस मौके पर पूजा पंडालों पर हर रोज सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
मां दुर्गा की प्रतिमा को तैयार करने के लिए इको फ्रेंडली रंगों का भी इस्तेमाल किया गया है.
दुर्गा पूजा स्त्री की ताकत, सामर्थ्य और उसके स्वाभिमान की एक सार्वजनिक 'पूजा' है.
दुर्गा प्रतिमा और पंडालों को सुंदर नक्काशी से तैयार करते हैं कारीगर. कई महीनों से शुरू हो जाती है इसकी तैयारी.
दुर्गा प्रतिमा को तैयार कर रहे कारीगर.
मां दुर्गा की प्रतिमा को हाथ से खींचकर पूजा पंडाल तक ले जाते लोग.
मां दुर्गा की प्रतिमा को तैयार करता कारीगर.
दिल्ली के सफदरजंग एंक्लेव में पूजा पंडाल को लंदन ऑलंपिक के थीम पर सजाया गया है.
दुर्गा प्रतिमा को पूजा पंडाल तक पहुंचाते कारीगर.
मां दुर्गा की प्रतिमा को संवारता कारीगर.
दुर्गा के जागरण में आराधना करती युवती.
दशमी वाले दिन हो जाएगी मां दुर्गा की विदाई.
दुर्गा पूजा के लिए पूजा पंडाल को खूबसूरती से सजाया गया है.
मां दुर्गा की प्रतिमा को पंडालले जाते कारीगर.
देश के हर शहर में है दुर्गा पूजा की धूम.
मां दुर्गा ने पाई थी महिशासुर पर विजय.
दुर्गा पूजा के लिए तैयार हुई ढेरों प्रतिमाएं.