प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों नेताओं ने क्षेत्र में सुरक्षा और राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की. करजई रविवार शाम दिल्ली पहुंचे. इसके पहले वह नौ नवंबर को मुम्बई पहुंचे थे.
मनमोहन ने कहा कि भारत ने क्षमता निर्माण के लिए अफगानिस्तान को दो अरब डॉलर का एक सहायता कार्यक्रम मुहैया कराया है और सोमवार को हस्ताक्षरित होने वाले सहमति पत्र से अफगानिस्तान के लोगों के सामाजिक-आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लघु विकास परियोजनाओं का तीसरा चरण शुरू होगा.
मनमोहन सिंह ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ संयुक्त बयान में कहा, 'राष्ट्रपति करजई कोई बेगाने नहीं हैं, वह लंबे समय से घनिष्ठ मित्र हैं.'
उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया है, खासतौर से कृषि, लघु व्यापार और खनन में.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि भारत स्थिर, मजबूत और समृद्ध अफगानिस्तान चाहता है.