सोमवार को भारतीय वायु सेना ने अपनी 80वीं वर्षगांठ मनाई.
80 साल पूरे होने के इस अवसर पर दिल्ली से सटे हिंडन एयर बेस पर एयर शो का आयोजन किया गया.
यहां कई विमानों ने हवा में कलाबाजियां दिखाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया.
आकर्षण के केंद्र पीले रंग का टाइगर मॉथ रहा. वर्ष 1930 के दशक के द्विपंखी विमान द हैवीलैंड टाइगर मॉथ ने जैसे ही उड़ान भरी, एयर शो में मौजूद लोगों और स्कूलों के बच्चे रोमांच से भर गए.
वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल नॉर्मन अनिल कुमार ब्राउन ने इस मौके पर कहा कि हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) सभी ध्रुव हेलीकॉप्टरों में कुछ सुरक्षा विशेषताएं समाहित कर रहा है, इसलिए सारंग हेलीकॉप्टर यहां नहीं थे. अगले दो माह में वे हवा में कलाबाजी करने का अभ्यास शुरू करेंगे.
परेड में एयर फोर्स के सैनिकों ने अपनी बेहतरीन ड्रिल से दर्शकों में जोश भर दिया.
वायु सेना के 80 साल पूरे होने के अवसर पर देश के अन्य हिस्सों में भी आधुनिक विमानों, सैन्य हथियारों तथा आधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई गई.
इस अवसर पर रूस निर्मित एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर तथा स्वदेशी तकनीक से विकसित एयरबॉर्न अर्ली वार्निग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट (एईडब्ल्यूएंडसी) की भी प्रदर्शनी लगाई गई.
वायु सेना करीब छह पुराने विमानों को विशिष्ट बेड़े में शामिल करने की योजना बना रही है, जिसमें वापिति, हॉवार्ड, स्पिटफायर तथा तीन अन्य विमान शामिल होंगे.
इस बार सूर्य किरण तथा सारंग हेलीकॉप्टर शो में शामिल नहीं हुए.