धोनी का कहना है, 'मैं अग्रिम चौकियों तक जाने की कोशिश करूंगा. ये बेहद रोमांच से भरपूर है क्योंकि वहां मुझे उन चुनौतियों का पता चलेगा जिनसे सेना का वास्ता पड़ता है. मैं सेना को दूर से जानता हूं. लेकिन अब मैं सेना को करीब से जानूंगा. मैं पहली बार किसी अग्रिम चौकी पर आया हूं.'
धोनी लेह और सियाचिन भी जाएंगे जो दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धस्थल माना जाता है.
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कहना है कि वे क्रिकेट से विदा लेने के बाद सेना में शामिल होना चाहेंगे.
धोनी ने सैनिकों के परिजनों से मुलाकात की और वे उनसे मिलकर बेहद खुश नजर आए.
भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों पर धोनी ने कहा, 'शुरुआत करना महत्वपूर्ण है क्योंकि खेल एक ऐसी चीज है जो अवरोधों को दूर करती है. दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों को तय करना है कि वे कब एक-दूसरे के साथ खेलना चाहते हैं. हम इंतजार करेंगे और देखेंगे क्या होता है.'
टेरिटोरियल आर्मी की ड्रेस में टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी.
धोनी ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं यहां क्रिकेट की वजह से आ पाया हूं. मैं क्रिकेट से विदा लेने के बाद सेना में सक्रिय तौर पर काम करना चाहूंगा.'
रविवार को धोनी बारामूला में हो रहे कश्मीर प्रीमियर लीग के प्रथम संस्करण का अंतिम मुकाबला भी देखेंगे.
धोनी शनिवार रात राजौरी में बिताएंगे. वह रविवार सुबह उत्तरी कमान के मुख्यालय उधमपुर जाएंगे.
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर सेना के जवानों से मुलाकात की.
कर्नल आर. के पलटा ने कहा कि सेना को ऐसे अंतरराष्ट्रीय आइकन को अपना ब्रांड अम्बेस्डर बनाने पर गर्व है.
पलटा ने कहा, 'उन्होंने सैनिकों से मुलाकात की और अग्रिम चौकियों पर भारतीय सेना की कार्यप्रणाली को देखा.'
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल आर.के. पलटा ने बताया कि थल सेना के मानद लेफ्टिनेंट कर्नल धोनी ने नियंत्रण रेखा के समीप के इलाकों का दौरा किया.