मुंबई में शुक्रवार, 12 दिसबंर 2008 को आम मुंबईकर ने आतंकवाद को समूल मिटाने के लिए हाथ से हाथ मिलाकर एक मानव श्रृखंला बनाई. यह मानव श्रृखंला एकता और अखंडता की प्रतीक बनी.
कई गिरजाघरों में काम करने वाली महिलाओं ने भी इसका हिस्सा होकर अपनी भागीदारी दिखाई.
कामकाजी महिलाओं ने भी घर से निकलकर इस मानव श्रृखंला में हिस्सा लिया.
बड़ी संख्या में सभी जाति और धर्म के लोगों ने इसमें हिस्सा लिया.
इस मानव श्रृखंला में स्कूली बच्चों ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ अपने विचार लिखे और लोगों को दिखाया.
आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है. इस मौके पर ब्राजील के दूतावास प्रमुख ने भी इस मानव श्रृखंला में हिस्सा लिया.
अपनी एकता को दिखाने के लिए पूरे मुंबई के लोगों ने आतंकी हमलों के खिलाफ एक लंबी मानव श्रृखंला बनाई.