स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को नजरअंदाज कर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे रविवार को जंतर मंतर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए.
उन्होंने कहा कि जब तक जनलोकपाल नहीं बन जाता, लोग उन्हें मरने नहीं देंगे. अन्ना ने इस मौके पर देश में वास्तविक 'स्वराज' की स्थापना का आह्वान किया.
अन्ना ने सुबह 10.30 बजे अनशन शुरू किया. टीम अन्ना के तीन सदस्यों सहित कुल 350 अन्य लोग बुधवार, 25 जुलाई से ही यहां अनशन पर हैं.
हजारों की संख्या में जुटी भीड़ को सम्बोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि मैं अपनी जिंदगी कुर्बान करने को तैयार हूं.
अन्ना ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि लोग मुझे मरने नहीं देंगे. जब तक जनलोकपाल बन नहीं जाता लोग मुझे मरने नहीं देंगे.
उन्होंने कहा कि यह समय देश में स्वराज लाने का है. जनता को जगाने का है.
इस बीच दिल्ली पुलिस ने टीम अन्ना से उनके अनशन स्थल पर वक्ताओं की ओर से किसी भी तरह के ‘उत्तेजक’ भाषण नहीं करने का ‘अनुरोध’ किया, ताकि राजधानी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़े नहीं.
टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने हाथ में तिरंगा लिए शाम जंतर मंतर से इंडिया गेट युद्ध स्मारक के लिए कूच किया.
प्रशांत भूषण ने कहा कि यह देश को अव्यवस्था, अराजकता एवं गृहयुद्ध से बचाने की लड़ाई है. देश की सेवा में रूचि लेने वाले सभी लोग आए हैं और वे अब जग गए हैं.
जब उनसे पिछले कुछ दिनों में अधिक संख्या में लोगों के नहीं जुटने के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि वे लोगों की संख्या को लेकर कोई चिंता नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि देश में सही सोच रखने वाले लोग जिनमें अधिक लोग शामिल हैं, देश को भ्रष्टाचार, अराजकता एवं अव्यवस्था से बचाना चाहते हैं.
टीम अन्ना के तीन अन्य सदस्य जो अनशन पर हैं, उनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, और गोपाल राय शामिल हैं.
इस बीच 15 अनशनकारियों की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया है.
इसके पहले अन्ना ने अपने कुछ समर्थकों द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सरकारी आवास के बाहर शनिवार को अचानक किए गए प्रदर्शन की आलोचना के लिए कूटनीतिक भाषा का इस्तेमाल किया.
अन्ना ने लगे हाथ यह भी कहा कि जिस दिन उन्हें लगेगा कि उनका आंदोलन दिशाहीन हो रहा है, उस दिन वह आंदोलन को वहीं खत्म कर देंगे.
रविवार को अन्य दिनों की तुलना में ज्यादा भीड़ जमा हुई है.
टीम अन्ना को जंतर मंतर पर आठ अगस्त तक ही अनशन करने की अनुमति है.
भ्रष्टचार पर लगाम लगाने के लिए प्रभावी लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर अन्ना का यह तीसरा अनिश्चितकालीन अनशन है.
मजबूत लोकपाल बिल की मांग को लेकर अन्ना हजारे ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन शुरू कर दिया है.
अनशन पर बैठने से पहले अन्ना हजारे ने कहा कि उनका आंदोलन मरते दम तक जारी रहेगा.
अन्ना हजारे ने कहा कि हमें पहले जनलोकपाल चाहिए, उसके बाद ही कोई बात होगी.
अन्ना हजारे ने कहा कि जनता से ही उन्हें अनशन करने की ताकत मिलती है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना के आंदोलन की ओर देश की निगाहें टिकी हुई हैं. ख़ास बात यह है कि अन्ना हजारे अब स्वयं भी अनशन पर बैठ चुके हैं.
सरकार को भी यह अंदाज़ा भी है कि टीम अन्ना के अनशन से भले ही ज़्यादा हलचल नहीं हुई, लेकिन अन्ना हजारे की बात कुछ और है. जंतर-मंतर पर अन्ना का आंदोलन क्या रंग लेगा, इस बारे में कुछ कहना कठिन है.
दिल्ली के जंतर-मंतर पर खुद भी अनशन पर बैठ रहे अन्ना हजारे ने हुंकार भरते हुए कहा कि मरते दम तक लोकपाल के लिए लड़ाई जारी रहेगी.
अनशन पर बैठे अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि हम भीड़ के मोहताज नहीं हैं, सरकार से लोकपाल के लिए लड़ाई नहीं छोड़ेंगे.
टीम अन्ना के सदस्यों ने सख्त जन लोकपाल विधेयक व दर्जनभर कैबिनेट मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग को लेकर 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन की शुरुआत की थी.
टीम अन्ना को 8 अगस्त तक जंतर मंतर पर अनशन करने की इजाजत मिली है.
8 अगस्त से संसद का मानसून सत्र शुरू होने की उम्मीद है. ऐसे में अन्ना हजारे का अनशन क्या रंग लाता है, इसकी भी परीक्षा हो जाएगी.
गौरतलब है कि टीम अन्ना के सदस्यों ने सख्त जन लोकपाल विधेयक व दर्जनभर कैबिनेट मंत्रियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग को लेकर 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन अनशन की शुरुआत की थी.