गाधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने गांव रालेगण सिद्धि में गणतंत्र दिवस समारोह में तिरंगा फहराया.
अन्ना हजारे ने कहा है कि आज का लोकतंत्र जन के लिए, जन के द्वारा तथा जन का नहीं है बल्कि लाटसाहबी है.
अन्ना हजारे ने कहा कि यदि सरकार कानून बनाने के दौरान लोगों से उनकी राय नहीं लेती तो ब्रिटिश शासन और मौजूदा शासनतंत्र में कोई अंतर नहीं है.
मजबूत ग्रामसभा की वकालत करते हुए हजारे ने विशेष आर्थिक क्षेत्र के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया का हवाला दिया और कहा कि गांवों में जमीनों के मालिक तथा ग्रामसभा को यह पता भी नहीं चल पाता है कि कब सरकार ने बिना उसकी इजाजत के जमीन अधिग्रहीत कर ली.
अन्ना हजारे ने कहा, ‘लोकसभा सोचती है कि वह हरेक से ऊपर है. यह गलत है. लोगों ने आपको चुना है. अतएव वे आपसे ऊपर हैं. यह लोकतंत्र का पावन मंदिर है. ऐसे पवित्र स्थान पर लोकपाल विधेयक को लेकर पिछले दिनों राज्यसभा में क्या हुआ.’
अपने आधे घंटे के भाषण के दौरान उन्होंने कहा, ‘550 लोग अपने अपने सुझाव दे रहे थे. किसी ने भी लोगों से उनकी राय नहीं पूछा. अतएव हमें एक अन्य कानून की जरूरत है. विधानसभाएं और लोकसभा सोचती हैं कि वे ग्रामसभाओं से ऊपर है. लेकिन ग्राम सभाएं आप से ऊपर हैं. हमें एक ऐसे कानून की जरूरत है जो ग्रामसभाओं को ऐसे अधिकार प्रदान करे.’
हजारे ने कहा कि संसद सत्र के अंतिम दिन राज्यसभा में जो कुछ हुआ वह गलत था.
अन्ना हजारे ने कहा, ‘निर्वाचित प्रतिनिधि अपने आप ही अपनी राय दे रहे हैं. यह सही लोकतंत्र नहीं है. ऐसा क्यों हुआ. क्योंकि मालिक सो रहे थे.’
अन्ना हजारे ने कहा, ‘लोकसभा सोचती है कि वह ग्रामसभा से ऊपर है. 550 लोग सोचते हैं कि वे अन्य हर व्यक्ति से ऊपर हैं. यह सोच गलत है.’
अन्ना हजारे ने कहा कि नये कानून में ऐसे प्रावधान होने चाहिए कि यदि पंचायत ग्रामसभा से संपर्क किए बगैर या उसकी सहमति लिए बगैर धन खर्च करती है तो उसे बर्खास्त किया जा सके.
अन्ना हजारे ने दावा किया कि आज का लोकतंत्र जन के लिए, जन के द्वारा तथा जन का नहीं है बल्कि लाटसाहबी है.
अन्ना हजारे ने लोकपाल आंदोलन को व्यापक करने तथा सत्ता का विकेंद्रीकरण करने के लिए अभियान चलाने की बात कही.
इस अभियान के जरिए टीम अन्ना देशवासियों को जागरुक करने का काम करेगी. इस अभियान की शुरूआत दिल्ली से होगी.
गणतंत्र दिवस के मौके पर टीम अन्ना गणतंत्र बचाओ अभियान की शुरुआत की. इस मौके पर समाजसेवी अन्ना हजारे तो दिल्ली में नहीं आए लेकिन वीडियो के जरिए उनका संदेश दिखाया गया.
अनुपम खेर ने कहा कि वह मुंबई में अपने अभिनय संस्थान में रालेगण के युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण देंगे.
रालेगण सिद्धि में गणतंत्र दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिंदी फिल्मों के अभिनेता अनुपम खेर ने भी भाग लिया.