बुधवार 19 नवंबर 2014 की रात को बाबा रामपाल को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पिछले दो हफ्ते से रामपाल और पुलिस के बीच लगातार रस्साकशी चलती रही. पुलिस ने लगभग 15 हजार लोगों को रामपाल के आश्रम से बाहर निकाला.
गिरफ्तारी के बाद रामपाल को एंबुलेंस में बिठाया गया. पुलिस रामपाल को चंडीगढ़ ले जाकर गुरुवार को हाईकोर्ट में पेश करेगी.
एंबुलेंस में बैठे रामपाल को देखते पुलिस के जवान. डीजीपी एस. एन. वशिष्ठ ने कहा कि रामपाल को एक कठिन ऑपरेशन के बाद गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी से पहले पुलिस को रामपाल के पाले कमांडो रुपी गुंडो से भिड़ना पड़ा.
सरकारी इंजीनियर से स्वयंभू संत बने रामपाल को गिरफ्तार करने वाले ऑपरेशन में शिरकत करने वाले पानीपत के एसपी बी. सतीश बालन ने कहा कि रामपाल ने सरेंडर नहीं किया है बल्कि उसे गिरफ्तार किया गया है. रामपाल के सतलोक आश्रम में 4 महिलाओं की मौत हो गई थी, जबकि 2 लोगों की अस्पताल में मौत हुई.
रामपाल के खिलाफ चले ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने इस बात का खास ख्याल रखा कि आश्रम में फंसे लोगों की जान पर ना बन आए.
12 एकड़ में फैले आश्रम में लगभग 15 हजार लोगों को रामपाल ने अपना ढाल बना रखा था, जिसमें महिलाएं, बच्चे और अधेड़ शामिल थे. फंसे लोगों को बाहर निकालने के बाद ही पुलिस रामपाल को दबोच पाई.
बीते मंगलवार को पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने रामपाल के खिलाफ कार्रवाई को रातभर के लिए स्थगित कर दिया था, ताकि आश्रम में फंसे लोग बाहर निकल सके.
रामपाल की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. बरवाला और उसके आस पड़ोस के इलाकों के लोग खुशी के मारे सड़कों पर उतर आए.