महान गायक और सांस्कृतिक स्तंभ भूपेन हजारिका को उनके बेटे तेज भूपेन ने मुखाअग्नि देकर उनका अंतिम संस्कार किया. गुवाहाटी विश्वविद्यालय परिसर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
भुपेन हजारिका का निधन 5 नवम्बर 2011 को मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल में हुआ.
2011 में भूपेन दा को पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
भूपेन दा को 2009 में असोम रत्न और इसी साल संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड मिला.
1992 में सिनेमा जगत के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के सम्मान से सम्मानित किया गया.
हजारिका को 1975 में सर्वोत्कृष्ट क्षेत्रीय फिल्म के लिये राष्ट्रीय पुरस्कार मिला.
भूपेन दा बाद में पढ़ाई के लिए वे विदेश गए. न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया यूनिवर्सिटी से उन्होंने पीएचडी की डिग्री हासिल की.
भूपेन दा ने 1942 में गुवाहाटी के कॉटन कॉलेज से इंटरमीडिएट किया. 1946 में हजारिका ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एम.ए. किया.
हजारिका ने करीब 13 साल की आयु में तेजपुर से मैट्रिक की परीक्षा पास की और आगे की पढ़ाई के लिए वे गुवाहाटी गए.
भूपेन दा ने असमिया चलचित्र की दूसरी फिल्म इंद्रमालती के लिए 1939 में बारह वर्ष की आयु मॆं काम भी किया.
बचपन में ही भूपेन दा ने अपना प्रथम गीत लिखा और दस वर्ष की आयु में उसे गाया.
पार्थिव शरीर को चिता पर रखे जाने से पहले इस महान गायक को 21 तोपों की सलामी दी गई.
भूपेन ने फिल्म "गांधी टू हिटलर" में महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन "वैष्णव जन" गाया था.
अपनी मूल भाषा आसामी के अलावा भूपेन हजारिका हिंदी, बंगला समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में गाना गाते रहे थे.
हजारिका की असरदार आवाज में जिस किसी ने उनके गीत "दिल हूम हूम करे" और "ओ गंगा तू बहती है क्यों" सुना वह इससे इंकार नहीं कर सकता कि उसके दिल पर भूपेन दा का जादू नहीं चला.
भूपेन हजारिका के गीतों ने लाखों दिलों को छुआ.
भूपेन ने कविता लेखन, पत्रकारिता, गायन, फिल्म निर्माण आदि अनेक क्षेत्रों में काम किया.
कल्मना लाजमी के साथ उनका रिश्ता किसी से छुपा नहीं था, ये दोनों उस समय से लिव इन रिलेशन में थे जब भारत में इसके बारे में शायद ही कोई जानता हो.
गुवाहाटी विश्वविद्यालय परिसर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ भूपेन हजारिका का अंतिम संस्कार किया गया.
इस दौरान पिछले 40 साल से हजारिका की संगिनी रहीं कल्पना लाजमी ने अश्रुपूरित नेत्रों से उनके लिए प्रार्थना की.
भुपेन असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी रहे थे.
भुपेन हजारिका का जन्म 8 सितंबर, 1926 को भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम के सादिया में हुआ.