तेलुगू देशम के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू इस समय राज्य में 2400 किलो मीटर लम्बी पदयात्रा पर हैं.
उन्होंने पदयात्रा की और लकड़ी से लेकर जूते ठीक करने का काम किया.
आम लोगों के बीच जाकर चंद्रबाबू नायडू ने उनके दिल में जगह बनाने की कोशिश की. टायर का काम करते चंद्रबाबू नायडू.
इस पदयात्रा में नायडू का ध्यान खास तौर पर किसानों पर केन्द्रित है. किसानों की नाराजगी ने ही साल 2004 में उनसे सत्ता छीनी थी.
टोकरी बुनने वाले से बातचीत करते हुए नायडू.
यही नहीं वह पेड़ पर भी चढ़े, निश्चित तौर पर नायडू के लिए यह एकदम अलग अनुभव रहा है. किसानों का दिल जीतने के लिए भी नायडू कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
कई जिलों में अलग-अलग लोगों से मिलने के लिए नायडू करीब 1200 किलोमीटर पैदल चले.
चंद्रबाबू नायडू की यह पदयात्रा कुछ दिन और चलेगी.
नेता चंद्रबाबू नायडू भी अवाम को रिझाने के लिए सड़कों पर निकलकर हर संभव काम कर रहे हैं.
चंद्रबाबू नायडू का कहना है की उनकी इस यात्रा का मकसद ग्रामीण इलाकों के लोगों का हाल जानना है.
ये पदयात्रा 117 दिन बाद 26 जनवरी को पूर्वी गोदावरी जिले में पूरी होगी.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री और तेलगु देशम पार्टी के अध्यक्ष ए चंद्रबाबू नायडू सोमवार को आम आदमी का दिल जीतने सड़कों पर निकल पड़े.
महबूब नगर जिले में नायडू मोची बन जूते ठीक करने का काम किया.
मेदक जिले में नायडू फल और सब्जी बेचते नजर आए.
नायडू विशेषतौर पर किसानों से भरोसा जीतने की कोशिश कर रहे हैं.