चेन्नई जा रही तमिलनाडु एक्सप्रेस के एक डिब्बे में नेल्लोर के समीप ही सोमवार सुबह शॉर्ट सर्किट होने की वजह से आग लगने के कारण कम से कम 35 यात्रियों की जल कर मौत हो गई और 25 अन्य घायल हो गए.
नेल्लोर के कलेक्टर श्रीधर ने बताया कि ट्रेन के डिब्बे एस 11 आग लगने से पूरी तरह जल कर नष्ट हो गया और इससे 26 यात्रियों को बचाया गया है.
जैसे ही ट्रेन चेन्नई से करीब 150 किमी दूर स्थित नेल्लोर से गुजरी, कुछ लोगों ने उसके एक डिब्बे में आग देख कर रेलवे के अधिकारियों को सूचना दी.
श्रीधर ने बताया कि दो घायलों की हालत गंभीर बताई जाती है. उन्होंने बताया, ‘प्रभावित डिब्बे में मरने वालों की संख्या 30 से 35 के आसपास होगी.’ डिब्बे में 72 सीटें थीं.
उन्होंने कहा, ‘शौचालय के समीप शॉर्ट सर्किट हुआ और ट्रेन 110 किमी प्रति घंटे की गति से जा रही थी. उसे दिल्ली से चेन्नई पहुंचना था. आग सुबह चार बज कर करीब तीस मिनट पर लगी और तब सभी यात्री सो रहे थे. वह तत्काल बाहर भी नहीं आ सके.’
श्रीधर ने बताया, ‘आग तेजी से फैली और इसलिए यात्री एक दरवाजे से नहीं निकल सके. दूसरे दरवाजे का उपयोग करना पड़ा. कुछ लोग बाहर आ गए और अन्य फंस गए.’
उत्तर रेलवे के CPRO अनिल सक्सेना ने घटना के बाद मीडिया से बात की.
ट्रेन का S-11 डिब्बा बिल्कुल जलकर खाक हो गया.
हादसे के बाद नेल्लोर स्टेशन पर अफरा तफरी मच गई. कई घायलों के आसपास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अभी मृतकों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका है. फिलहाल नेल्लोर में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
जिस कोच में आग लगी उसे ट्रेन से अलग कर दिया गया है. इस गाड़ी के यात्रियों को एक स्पेशल ट्रेन से थोड़ी देर में चेन्नई लाया जाएगा. वहीं एक स्पेशल ट्रेन चेन्नई से हादसे में मारे गए लोगों के रिश्तेदारों को लेकर आएगी.
दिल्ली से चेन्नई जा रही थी ये ट्रेन.
ट्रेन में सवार करीब 35 लोग मरे जबकि काफी लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हादसे के बाद किसी मुसाफिर की घड़ी जमीन पर पड़ी हुई. पता नहीं जिसकी घड़ी है उसके जीवन की घड़ियां बची हैं कि खत्म हो गई इस हादसे में.
ट्रेन के खाक हुए डिब्बे में कई लोग ऐसे हैं जिनका चेहरा भी पहचान पाना मुश्किल है.
जलकर खाक हुए डिब्बे में अभी भी लोग फंसे हुए हैं.
हादसे में मरने वालों को रेलवे की ओर से मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा हुई है.
इन तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक था.
नेल्लोर के कलेक्टर श्रीधर ने बताया कि ट्रेन के डिब्बे एस 11 आग लगने से पूरी तरह जल कर नष्ट हो गया और इससे 26 यात्रियों को बचाया गया है.
ट्रेन के डिब्बे में कई लोग इस हादसे में जलकर खाक हो गए.