स्मृति जुबिन ईरानी मोदी सरकार की सबसे चर्चित मंत्री हैं. कभी डिग्री विवाद, तो कभी इनके बयानों के तीर हमेशा इनकी टीआरपी हाई रखते हैं.
बीजेपी की नवनियुक्त मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने हाल ही में विवादित बयान दे डाला कि आप रामजादो की सरकार बनाएंगे या ...... की. इस मुद्दे पर सड़क से लेकर संसद तक खूब हंगामा बरपा.
राजनाथ सिंह देश के गृहमंत्री हैं. उनकी आवाज यूं तो खूब सुनाई देती है लेकिन पिछले दिनों उन्होंने चुप्पी साध ली जब उनके बेटे पंकज सिंह पर दलाली के आरोप लगे और उनका टिकट काट लिया गया.
नजमा हेपतुल्ला ने यह बयान देकर खलबली मचा दी कि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू है. इस मसले पर जब खूब बवाल हुआ, तो उन्होंने कहा कि मैंने हिंदू नहीं हिंदी कहा था जो अरबी में हिंदुस्तानी लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
जेपी नड्डा पर एम्स के जांच अधिकारी को हटवाने के लिए पैरवी करने का आरोप लगा. इस मुद्दे पर केजरीवाल ने उनकी नियुक्ति का मुखर विरोध किया.
राजस्थान के युवा मंत्री निहालचंद मेघवाल पर रेप का गंभीर आरोप लगा.
रामशंकर कठेरिया भी स्मृति ईरानी के पद चिन्हों पर चलते हुए मंत्री बनने के बाद डिग्री विवाद में फंस गए. कठेरिया पर फर्जी डिग्री पेश करने का आरोप है.
गिरिराज सिंह अपने बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं. मंत्री बनने के बाद जो ताजा बयान उन्होंने गिराया है. वह है, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को मायावी राक्षस कहना.
देश के पूर्व रेलमंत्री सदानंद गौड़ा के सुपुत्र पर कथित तौर पर रेप के आरोप लगे. गौड़ा हालांकि बेटे के लिए बचाव की मुद्रा में दिखे लेकिन अपनी कुर्सी नहीं बचा पाएं.
अरुण जेटली यूं तो बहुत शानदार स्पीकर हैं लेकिन वित्त मंत्री के तौर पर उन्हें लोगों को जवाब देना भारी पड़ रहा है. पिछले दिनों राम जेठमलानी ने काला धन मुद्दे पर जेटली को घेरा, तो वित्तमंत्री बंगले झांकने लगे.