कोरोना संकट की वजह से करीब 2 महीने की पाबंदी के बाद अब जनजीवन सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. लॉकडाउन के चौथे चरण में चरणबद्ध तरीके से कई चीजों पर छूट भी दी जा रही हैं जिसमें घरेलू हवाई सेवा भी भा शीमिल है. हवाई सेवा शुरू करने को लेकर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अब समय आ गया है कि थोड़ा रिस्क लिया जाए. अर्थव्यवस्था को फिर से चलाने के लिए कोई विकल्प नहीं बचा.
हवाई सेवा फिर से शुरू करने के फैसले और लोगों की सुरक्षा की गारंटी के बारे में इंडिया टुडे से खास बातचीत में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पहले यह मैं साफ कर देना चाहता हूं कि यह सरकार की ओर से लिया गया फैसला है. दूसरा, यह कि जिंदगी में किसी चीज में 100 फीसदी गारंटी नहीं ली जा सकती है.
हरदीप पुरी ने कहा कि हमें वंदे भारत अभियान से मिले अनुभव के आधार पर यह फैसला लिया है. अब तक हम करीब 20 हजार लोगों को वापस ला चुके हैं और इस महीने के अंत तक करीब 50 हजार लोगों को भारत लाएंगे. 6 मई से जब से यह ऑपरेशन शुरू हुआ है, हमने इस दौरान जितना संभव हो सकता था उतनी सावधानी बरती. लोगों के लाने के दौरान कई तरह की जरुरी सावधानी बरती गई थी. सभी यात्रियों को मास्क पहनने को कहा गया.
हरदीप पुरी ने कहा कहा कि लंबे समय तक चीजों को बंद करके नहीं रखा जा सकता. मेरे ख्याल से अब समय आ गया है कि थोड़ा बहुत रिस्क लिया जाए. लोगों से उम्मीद है कि जिनमें ऐसे लक्षण न हों, जिन्होंने टेस्ट करा लिया हो, वही लोग यात्रा करें. साथ ही हमने 100 फीसदी सेवा शुरू नहीं की है, 33 फीसदी ही शुरू किया है. ऐसे में बहुत कम संख्या में लोग सफर करेंगे. साथ ही हमें यह भी देखना होगा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अब कोई ज्यादा च्वाइस नहीं बचा है.
स्पाइस जेट के एमडी अजय सिंह ने कहना है कि मुझे लगता है कि शुरुआत में पैसेंजर्स का लोड ज्यादा रहेगा क्योंकि लोग अपने घरों को लौटना चाहते हैं. साथ ही उड़ान की संख्या भी कम दी गई है. उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे बहुत आश्चर्य हुआ जब लोग हमारी वेबसाइट पर घूमने के लिए ज्यादा रिसर्च कर रहे हैं. लगता है कि लोग अपने घर जाने के बजाए घूमने जाने के लिए ज्यादा प्लान कर रहे हैं.
घरेलू विमान सेवा 25 मई से शुरू हो रही है, लेकिन इसके लिए कई नियम और शर्तें बनाए गए हैं, जिनका पालन करना होगा. घरेलू उड़ान शुरू करने का ऐलान करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा था कि मेट्रो टू मेट्रो शहरों में कुछ नियम होंगे, मेट्रो टू नॉन मेट्रो शहर के लिए अलग नियम होंगे. मेट्रो शहरों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई जैसे शहर शामिल होंगे. शुरुआती तौर पर एयरपोर्ट का एक तिहाई हिस्सा ही शुरू होगा, किसी भी फ्लाइट में खाना नहीं दिया जाएगा. सिर्फ 33 फीसदी विमानों को उड़ान की इजाजत दी गई है.