जम्मू में सांप्रदायिक तनाव से ग्रस्त किश्तवाड़ शहर में लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है. यहां सांप्रदायिक हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है.
विश्व हिन्दू परिषद ने शनिवार को जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में हो रही हिंसा की निंदा करते हुये केन्द्र सरकार से कहा है कि उसे कश्मीर के हिन्दुओं की रक्षा करने के तत्काल कदम उठाने चाहिये वरना किश्तवाड़ के इस हमले की दूरगामी प्रतिक्रिया होगी.
किश्तवाड़ जिले में सांप्रदायिक संघर्ष के मद्देनजर ऐहतियातन शनिवार को जम्मू से पवित्र अमरनाथ के लिये तीर्थयात्रा रोक दी गई.
शनिवार को दिनभर हिंसा होती रही और हिंदू संगठनों के लोग सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
पुलिस ने लाठीचार्ज का इस्तेमाल भी किया ताकि लोगों को हिंसा करने से रोका जा सके.
किश्तवाड़ जिले में शुक्रवार को हुई सांप्रदायिक झड़पों में दो व्यक्तियों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे. कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए क्षेत्र में सेना को बुला लिया गया है और इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया.
समाचार एजेंसियों के अनुसार, अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने बताया कि किश्तवाड़ जिले में शुक्रवार सुबह हिंसा तब भड़की, जब ईद की नमाज के बाद लोगों का एक समूह राष्ट्र विरोधी नारे लगाने लगा. इसका नतीजा यह निकला कि दो समुदायों के बीच हिंसक संघर्ष हो गया.
पुलिस और सीआरपीएफ के कर्मियों ने जिले के विभिन्न हिस्सों में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े तथा हवा में गोलियां चलाईं.
शनिवार को स्थिति और भी भयावह नजर आई. पुलिस पर पथराव हुआ और पुलिस ने भी लोगों पर पथराव किया.
हिंदू समूह के लोग हाथ में त्रिशूल लिए किश्तवाड़ में हुई हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
कश्मीरी पंडितों के संगठनों ने किश्तवाड़ में भड़की सांप्रदायिक हिंसा की निंदा करते हुए इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की.
विस्थापित कश्मीरी पंडितों के कई संगठनों के संघ ऑल पार्टीज माइग्रेंट्स कॉर्डिनेशन कमेटी (APMCC) ने गृह राज्यमंत्री और
स्थानीय विधायक सज्जाद किचलू को आड़े हाथ लिया और जिला प्रशासन पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया.
एपीएमसीसी के अध्यक्ष विनोद पंडित ने यहां एक बयान में कहा, 'हम जिला प्रशासन की निष्क्रियता के कारण किश्तवाड़ में हुई
सांप्रदायिक हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं और किचलू को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हैं. हम कल किश्तवाड़ जिले में बड़े
स्तर पर भड़की हिंसा के पीछे के हालात के बारे में सीबीआई जांच का आदेश देने की मांग करते हैं.'
एमपीएमसीसी के महासचिव अरण कंदरू ने किश्तवाड़ में अल्पसंख्यक समुदाय को उनकी सुरक्षा के लिए हथियार मुहैया कराने की मांग की और ग्राम रक्षा समितियों को संचार उपकरणों के साथ मजबूती प्रदान करने का आग्रह किया.
संगठन ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और सवाल किया कि इतने बड़े स्तर पर हिंसा भड़कने के बावजूद सरकार ने प्रेस में एक भी बयान जारी करना जरूरी नहीं समझा.
इस मामले में बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने ट्विटर के माध्यम से जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से हुए संवाद में कहा, 'किश्तवाड़ में कई घायल हुए हैं. घर और दुकानें जलाई गई हैं. कृपया शीघ्र कुछ कीजिए.'
इसके जवाब में उमर ने कहा, 'दोनों तरफ के लोग घायल हुए हैं और नुकसान हुआ है. स्थिति पर नियंत्रण पाया जा रहा है. पर्याप्त बल भेजा गया है.'