कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास हिमस्खलन में बीएसएफ के एक अधिकारी की मौत हो गई, जबकि पांच सैनिक और बीएसएफ का एक जवान लापता हैं.
बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा कि हिमस्खलन में उपनिरीक्षक नरेंद्र कुमार की मौत हो गई है.
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेएस बरार ने कहा, ‘कुपवाड़ा में फूर्यां पहाड़ी पर सुबह सात बजकर 20 मिनट पर हिमस्खलन हुआ. सेना के पांच जवान और बीएसएफ के दो जवान इसकी जद में आ गए.’
उन्होंने कहा कि जब भूस्खलन हुआ उस समय सेना और बीएएफ का संयुक्त दल शिविर और बाहरी चौकी के बीच बर्फ हटाने में लगा हुआ था.
उन्होंने कहा, ‘स्थानीय शिविरों और गुलमर्ग से बचाव दलों को लापता सैनिकों का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर भेज दिया गया है.’
बर्फ एवं हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई) ने इस महीने कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों और खास तौर से नियंत्रण रेखा के आसपास के इलाकों को हिमस्खलन की आशंका वाला क्षेत्र घोषित किया था.
कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में भारी बर्फबारी से खिसकी बर्फ की चट्टान.
इस हिमस्खलन में सेना के 5 और बीएसएफ के 2 जवान बर्फ में दफन हो गए.
दरअसल ये जवान सड़कों पर से बर्फ हटाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन हिमस्खलन होने के कारण 7 जवान दफन हो गए.
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जेएस बरार ने कहा, ‘कुपवाड़ा में फूर्यां पहाड़ी पर सुबह सात बजकर 20 मिनट पर हिमस्खलन हुआ. सेना के पांच जवान और बीएसएफ के दो जवान इसकी जद में आ गए.’
बर्फ एवं हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई) ने इस महीने कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों और खास तौर से नियंत्रण रेखा के आसपास के इलाकों को हिमस्खलन की आशंका वाला क्षेत्र घोषित किया था.
दरअसल ये जवान सड़कों पर से बर्फ हटाने की कोशिश कर रहे थे. जिस दौरान यह हादसा हुआ.
हिमस्खल की सूचना के बाद जवानों के लिए बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया.
जब भूस्खलन हुआ उस समय सेना और बीएसएफ का संयुक्त दल शिविर और बाहरी चौकी के बीच बर्फ हटाने में लगा हुआ था
बर्फ एवं हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई) ने इस महीने कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्र को हिमस्खलन की आशंका वाला क्षेत्र घोषित किया है.
भारी बर्फबारी के कारण पहाड़ों के चट्टान खिसक गए जिसकी वजह से यह हादसा हुआ.
सर्दी के मौसम में घाटी इलाके में अकसर ही हिमस्खलन की घटना होती रहती है.
सड़क से बर्फ हटाते हुए दब गए जवान.
भारी बर्फबारी के कारण कुपवाड़ा के पहाड़ी इलाके में खिसकी चट्टान.
बर्फ एवं हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान (एसएएसई) ने इस महीने कश्मीर घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्र को हिमस्खलन की आशंका वाला क्षेत्र घोषित किया है.
स्थानीय शिविरों और गुलमर्ग से बचाव दलों को लापता सैनिकों का पता लगाने के लिए घटनास्थल पर भेज दिया गया है.
जब भूस्खलन हुआ उस समय सेना और बीएसएफ का संयुक्त दल शिविर और बाहरी चौकी के बीच बर्फ हटाने में लगा हुआ था.
हिमस्खल की सूचना के बाद जवानों के लिए बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया.
सभी जवान एलओसी पर भारतीय पोस्ट के लिए रास्ता बनाने का काम कर रहे थे. तभी अचानक हिमस्खलन हुआ और सभी जवान बर्फ में धंस गए.
हिमस्खलन की चपेट में कुछ गांव भी आ गए हैं. बर्फ जमी होने की वजह से रास्ता बंद हो गया था.
बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है. इनमें से बीएसएफ के एक सब इंस्पेक्टर का शव निकाला जा चुका है.
श्रीनगर स्थित सेना की 15वीं टुकड़ी के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जे.एस. बरार ने कहा कि सेना के पांच जवान और बीएसएफ के दो जवान हिमस्खलन की चपेट में आ गए.
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में मंगलवार सुबह हुए हिमस्खलन के कारण पांच सैनिक और सीमा सुरक्षा बल के (बीएसएफ) के दो जवान दफन हो गए.