दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों के साथ ही उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.
भूकंप के कारण जान-माल के नुकसान की फिलहाल कोई खबर नहीं है.
भूकंप का केंद्र ईरान-पाकिस्तान की सीमा के पास स्थित था, जहां इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई.
भारतीय भूगर्भ विज्ञान विभाग के भूकंप विभाग के अध्यक्ष वी. दत्तात्रेय ने कहा, 'भूकंप का केंद्र ईरान-पाकिस्तान सीमा पर स्थित था और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई.'
एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार भूकंप अपराह्न् 4.14 बजे धरती से 33 किलोमीटर की गहराई से उठा.
कुछ सेकेंड तक आए भूकंप के तेज झटकों ने कई जगहों पर लोगों को डरा दिया.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लोग अपने-अपने कार्यालयों और घरों से बाहर निकल आए.
भारत, पाकिस्तान और ईरान में मंगलवार शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.
हालांकि भूकंप के झटके कुछ सेकेंड के लिए ही महसूस किए गए लेकिन अफरा-तफरी मच गई और लोग जहां भी वहां से सड़कों पर निकल आए.
भूकंप से भारत में तो किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन ईरान में 100 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है.
शुरुआती जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र ईरान के खाश में था.
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 दर्ज की गई.
सबसे पहले गुजरात के भुज में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और कश्मीर भी भूकंप के झटकों से कांप उठे.
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए.
उत्तराखंड के देहरादून में सबसे तेज झटके महसूस किए गए.
पाकिस्तान में भूकंप की तीव्रता 7.9 दर्ज की गई.
पाकिस्तान-ईरान बॉर्डर पर था भूकंप का केंद्र.
ईरान के दक्षिण-पूर्वी इलाकों में भूकंप से सैकड़ों लोगों के मरने की खबर.
ईरान में तेज भूकंप के झटके, कई इमारतें गिरीं.
भूकंप से ईरान सबसे ज्यादा प्रभावित.
मध्य पूर्व के देशों में भूकंप का ज्यादा असर.
पंजाब, हरियाणा और कश्मीर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
अफगानिस्तान में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.
अहमदाबाद में भी तीव्र भूकंप के झटके महसूस किए गए.