योगगुरु बाबा रामदेव ने आंदोलन शुरू करते हुए कहा है कि लोकपाल विधेयक के लिए लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है और सरकार को देश की जनता को यह कानून देना होगा.
आंदोलन के पहले दिन दिल्ली में मीडियाकर्मियों से घिरे बाबा रामदेव.
रामदेव ने गुरुवार से भ्रष्टाचार व काले धन के विरोध में रामलीला मैदान में अनशन शुरू किया है.
70 साल पहले 9 अगस्त को ही महात्मा गांधी ने मुंबई में अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा देकर आंदोलन छेड़ा था. इतिहास की उसी तारीख पर सवार होकर योगगुरु बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू कर रहे हैं.
जिस रामलीला मैदान से पिछले साल अन्ना हजारे ने अगस्त क्रांति की थी, उसी रामलीला मैदान से रामदेव अपनी अगस्त क्रांति शुरू कर रहे हैं.
राजनीति की बिसात पर क्या रामदेव जनांदोलन खड़ा कर पाएंगे या उनका आंदोलन भी अन्ना के अनशन की तरह औंधे मुंह गिरेगा? इन सवालों के जवाब योगगुरु बाबा रामदेव मंच से ही देने वाले हैं.
स्वामी रामदेव ने 3 मुद्दों का प्रक्षेपास्त्र सरकार की तरफ उछाल दिया है.
पहला मुद्दा जनलोकपाल, दूसरा मुद्दा सीबीआई की स्वायत्तता और तीसरा मुद्दा काला धन का है. स्वामी रामदेव ने अपने आंदोलन के लिए रामलीला मैदान में पूरी तैयारी करवाई है.
रामलीला मैदान में 30 हजार लोगों के लिए इंतजाम किया गया है. आंदोलन-स्थल पर 5 दरवाजे बनाए गये हैं.
हर जगह सीसीटीवी की निगरानी में होगी. पार्किंग और लोगों के खाने-पीने का भी इंतजाम कर लिया गया है. पिछले साल आधी रात के पुलिसिया चक्रव्यूह में फंसे योग गुरु ने इसबार अपने स्वयंसेवकों का सख्त सुरक्षा घेरा भी तैयार करवाया है.
रामदेव और उनके समर्थकों को यकीन है कि इस तामझाम पर सवार होकर उनका आंदोलन सरकारी किले को भेदने में कामयाब रहेगा?
रामदेव ने अबतक साफ नहीं किया है कि वो अनशन पर बैठेंगे या आमरण अनशन पर या फिर धरना देकर सरकार के कानों तक अपना विरोध पहुंचाएंगे?
यह भी साफ नहीं है कि उनका आंदोलन कब तक और किस शक्ल में चलेगा.
जाहिर है कि अपने मकसद में कामयाब होने के लिए रामदेव को एक लंबी डगर तय करनी होगी.
कालेधन से शुरू हुआ रामदेव का आंदोलन अब जनलोकपाल से लेकर सीबीबाई की स्वायत्तता की मांग तक पहुंच गया है, लेकिन इस आंदोलन की रूपरेखा कैसी होगी, ये साफ नहीं है. रामदेव भी अपने पत्ते खोल नहीं रहे हैं.
पिछले साल रामलीला मैदान में ही 4 लाख करोड़ का कालाधन वापस लाने के लिए सरकार को शीर्षासन कराते रहे स्वामी रामदेव अब ज़्यादा ज़ोर भ्रष्टाचार मिटाने पर लगा रहे हैं.
रामलीला मैदान में रामदेव मंच पर बैठे हुए हैं और उनके हजारों समर्थक हाथों में तिरंगा झंडा लिए नारे लगा रहे हैं.
योग गुरु बाबा रामदेव ने भ्रष्टाचार व काले धन के खिलाफ गुरुवार को रामलीला मैदान में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया.
रामलीला मैदान आने से पहले रामदेव ने राजघाट जाकर ध्यान लगाया.
रामलीला मैदान से पहले राजघाट पर बाबा रामदेव.
रामदेव ने राजघाट जाकर फूल-मालाएं चढ़ाईं.
राजघाट पर भी बाबा रामदेव के कई प्रशंसक मौजूद थे.
राजघाट पर बाबा रामदेव के पहुंचने से पहले ही मीडिया का जमावड़ा लग चुका था.
बाबा रामदेव इस बार के आंदोलन में एकदम अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं.
राजघाट पर पहुंचते स्वामी रामदेव.
राजघाट पर माल्यार्पण करते बाबा रामदेव.
आंदोलन शुरू करने से पहले राजघाट पर शीश नवाते बाबा रामदेव.
बाबा रामदेव ने राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की.
बाबा रामदेव ने राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की.
राजघाट पर ध्यान लगाते बाबा रामदेव.
दिल्ली के राजघाट पर ध्यानमग्न बाबा रामदेव.
रामदेव ने शहीद पार्क में महात्मा गांधी व भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी.
शहीद पार्क में वीर शहीदों के प्रति श्रद्धा-सुमन अर्पित करते रामदेव.
रामदेव ने शहीद पार्क में 'भारत माता की जय' का नारा लगाया.
शहीद पार्क पर बाबा रामदेव अत्यंत जोश में नजर आए.
दिल्ली के शहीद पार्क में लगे महान विभूतियों के पोस्टर.
बाबा रामदेव के समर्थकों ने उस विवादित पोस्टर को हटा दिया है, जिसमें देशभक्तों के साथ पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण की तस्वीर थी.
दिल्ली पुलिस ने रामदेव के आंदोलन के आयोजकों को 30 अगस्त तक के लिए रामलीला मैदान में जगह दी है.
रामलीला मैदान में हर दिन केवल 30,000 लोगों के जुटने की इजाजत दी गई है.
रामदेव ने एक साल पहले भी इसी मैदान में ऐसा ही एक आंदोलन किया था.
पुलिस की कड़ी कार्रवाई और एक महिला की मौत के साथ उस आंदोलन की समाप्ति हुई थी.
रामदेव गुरुवार सुबह गुजरात से दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचे.
रामदेव ने हजारों समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कहा, 'लोकपाल के लिए लड़ाई समाप्त नहीं हुई है. देश की जनता को एक मजबूत लोकपाल दिया जाएगा.'
उन्होंने कहा, 'लोकपाल विधेयक का सरकारी संस्करण नहीं होना चाहिए. सरकारी संस्करण बहुत कमजोर होगा.'
बाबा रामदेव ने अपने आंदोलन के दूसरे चरण में रामलीला मैदान में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम किसी पार्टी के खिलाफ नहीं हैं. हम यहां बगावत करने नहीं आए.'
बाबा रामदेव ने कहा कि यह किसी व्यक्ति की नहीं, बल्कि देश की लड़ाई है.
बाबा रामदेव ने कहा, 'सड़कों पर उतरें लोग, शाम पांच बजे से पूरे देश में आंदोलन'.
रामलीला मैदान में देशभक्ति के गीत बजाए जा रहे हैं. हजारों समर्थक हाथों में तिरंगा झंडा लिए नारे लगा रहे हैं.
बाबा रामदेव ने कहा है कि पहले चरण में वे अपने समर्थकों के साथ 3 दिन का सांकेतिक उपवास करेंगे और उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.
ऐसा लगता है कि रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के अनशन को सरकार इस बार ज्यादा भाव देने के मूड में नहीं है. गुरुवार को कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने इसके संकेत दे दिए.
सलमान खुर्शीद ने रामदेव के आंदोलन का मजाक उड़ाते हुए कहा कि रामलीला मैदान में हर साल इस तरह की लीलाएं होती रहती हैं.
रामलीला मैदान पर आंदोलनकारियों में उत्साह देखा जा रहा है. देश की जनता को आंदोलन से काफी उम्मीदें हैं.