फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ में शानदार अभिनय के लिये विद्या बालन को 59वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया गया.
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान हाथ जोड़कर सौमित्र चटर्जी का अभिवादन करती विद्या बालन.
‘डर्टी पिक्चर’ को सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा और मेकअप के भी पुरस्कार मिले. वेशभूषा के लिये निहारिका खान (डर्टी पिक्चर) और नीता लुल्ला (मराठी फिल्म बालगंधर्व) को पुरस्कार दिया गया. वहीं इन्हीं दोनों फिल्मों में मेकअप के लिये विक्रम गायकवाड़ ने पुरस्कार जीता.
इस मौके पर विद्या बालन गुलाबी रंग की साड़ी में पुरस्कार लेने पहुंची.
बी ग्रेड फिल्मों की अभिनेत्री सिल्क स्मिता के जीवन पर बनी फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ में साहसिक और भावपूर्ण अभिनय के लिये विद्या को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया जो उनका पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है.
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह के दौरान शत्रुघ्न सिन्हा से मुलाकात करती विद्या बालन.
राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के विदेश दौरे पर होने के कारण उपराष्ट्रपति ने विज्ञान भवन में विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये. मराठी फिल्मों ने इस बार बाजी मारते हुए मुख्य श्रेणी के अधिकांश पुरस्कार अपनी झोली में डाले.
अभिनेता सौमित्र चटर्जी को सम्मानित करते उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी व अंबिका सोनी.
अभिनेता सौमित्र चटर्जी को शॉल प्रदान करते उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी.
अभिनेता सौमित्र चटर्जी के साथ उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी.
बांग्ला फिल्मों के महान अभिनेता सौमित्र चटर्जी को उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने गुरुवार को सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान दादा साहेब फाल्के से नवाजा.
नई दिल्ली में 3 मई को 59वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करती केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी.
नई दिल्ली में 3 मई को 59वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी.
मराठी फिल्म ‘देउल’ के लिए अभिनेता गिरीश कुलकर्णी को रजत कमल अवार्ड से सम्मानित करते उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी.
बी ग्रेड फिल्मों की अभिनेत्री सिल्क स्मिता के जीवन पर बनी फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ में साहसिक और भावपूर्ण अभिनय के लिये विद्या को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया.
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार पंजाबी फिल्म ‘अन्हे घोड़े दा दान’ के लिये गुरविंदर सिंह को दिया गया. उन्हें पुरस्कार के तौर पर स्वर्ण कमल और ढाई लाख रुपये मिले.
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार तमिल फिल्म ‘अझागरसमियिन कुथिराइ’ के लिये अप्पू कुट्टी को मिला.
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार मणिपुरी फिल्म ‘फिजिगी मनी’ के लिये लेइशांगथेम टोंथोइनगांबी देवी को दिया गया.
सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायिका का पुरस्कार बंगाली फिल्म ‘अबोशेशे’ के लिये रूपा गांगुली को दिया गया.
सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक मराठी फिल्म ‘बालगंधर्व’ के लिये आनंद भाटे चुने गए.
फिल्म ‘स्टेनली का डिब्बा’ में बेहतरीन अभिनय करने वाले मास्टर पाथरे गुप्ते को सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार मिला.
सामाजिक मुद्दों पर आधारित सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए जावेद जाफरी को फिल्म 'इंशाअल्लाह, फुटबॉल' के लिए रजत कमल अवार्ड प्रदान किया गया.
फिल्म 'ए ड्रॉप ऑफ सनशाइन' को सर्वश्रेष्ठ शिक्षाप्रद फिल्म चुना गया और इसके लिए राजीव मेहरोत्रा को रजत कमल पुरस्कार प्रदान किया गया.
खेलों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार ‘द फिनिश लाइन’ को मिला.
फिल्म 'Cotton for My Shroud' को सर्वश्रेष्ठ खोजी फिल्म चुना गया और इसके लिए नंदन सक्सेना को रजत कमल अवार्ड से सम्मानित किया गया.
सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिक्श्न फिल्म 'पनचक्की' के लिए संजीव रतन को सम्मानित किया गया.
रेवती को पारिवारिक मूल्यों पर अधारित सर्वश्रेष्ठ फिल्म (रेड बिल्डिंग वेयर द सन सेट्स) के लिए रजत कमल अवार्ड दिया गया.
BEST FILM ON FAMILY (Edumedia) के लिए तब्बसुम मोदी को रजत कमल अवार्ड से सम्मानित किया गया.
इरम गुफरान को फिल्म There is Something in the Air में BEST DIRECTION and BEST EDITING के लिए सम्मानित किया गया.
गौतम नायर को BEST AUDIOGRAPHY (Hindi) के लिए रजत कमल अवार्ड प्रदान किया गया.
ऐन अब्राहम को BEST NARATION/VOICE – OVER : Just that Sort of a Day के लिए रजत कमल अवार्ड दिया गया.
स्पंदन बनर्जी को Special Mention Award प्रदान किया गया.
रेणु सावंत को Special Mention Award से सम्मानित किया गया.
मनोज बरपुजारी को बेस्ट फिल्म क्रिटिक के स्वर्ण कमल अवार्ड से सम्मानित किया गया.
सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का पुरस्कार अनिरूद्ध भट्टाचार्य और बालाजी विट्ठल की किताब ‘आर डी बर्मन: द मैन, द म्युजिक’ को मिला जिसे हार्पर कोलिंस इंडिया ने प्रकाशित किया है.