हिना रब्बानी खर के बाद एजेंडा आज तक के मंच पर आए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला. उन्होंने कश्मीर में खराब हालात का जिक्र करने वाली पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री को करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि यह साल हमारे लिए आसान नहीं रहा.
उमर ने कहा कि कश्मीर के सबसे बड़े दुश्मन बंदूक चलाने वाले है, क्योंकि इससे ज्यादा आवाम को नुकसान होता है.
आर्मी के स्पेशल पावर एक्ट (आफ्स्पा) पर अब्दुल्ला बोले, 'मैंने कई बार कहा है कि रियासत के कई इलाकों में अब फौज की जरूरत नहीं है. वहां तैनात फौज आतंकवाद से नहीं लड़ रही. इसके लिए सीआरपीएफ और सूबे की पुलिस काफी है.ये ऐसा मुद्दा है, जिसमें हम केंद्र के खिलाफ नहीं जा सकते. लेकिन एक न एक दिन उनको मानना होगा.'
अब्दुल्ला ने केंद्र और कांग्रेस रिश्तों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि जब तक चिदंबरम साहब होम मिनिस्ट्री में थे. हमें सपोर्ट मिल रहा था. मगर उनके बाद इतना सपोर्ट नहीं मिला.
अब्दुल्ला ने हाल ही में धारा 370 पर मोदी के बयान से शुरू हुए विवाद पर भी बात की. उन्होंने कहा कि इस आर्टिकल को लोग पूरे देश में गलतफहमी है. इस आर्टिकल के प्रावधान भारत के संविधान और सत्ता तंत्र ने बनाए हैं.
मोदी के जलसे की हवाई फोटो ट्वीट करने के सवाल पर बिफरते हुए अब्दुल्ला बोले कि मुझे पिक करने के लिए हेलिकॉप्टर आ रहा था. वह मोदी की रैली के ऊपर से गुजरा. उन्होंने फोटो खींची और मुझे भेजी, मैंने सबके साथ साझा कर दी.
राहुल गांधी की राजनीति के मसले पर जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा उनसे सियासी रिश्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरी राहुल से क्या बात होती है, वो बंद कमरे का विषय है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को सरकार की गलतियों का नुकसान उठाना पड़ रहा है.