देश के लिए अतुल्य हैं अमिताभ!
'अतुल्य भारत' अभियान से आमिर खान की विदाई के बाद इस अभियान के लिए नए चेहरे की तलाश की जा रही
है. अक्षय कुमार से लेकर दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के नाम पर चर्चाएं हो रही थीं. लेकिन अब सूत्रों के मुताबिक, इस कैंपेन का चेहरा बनाने के
लिए पर्यटन मंत्रालय ने पीएम मोदी की रजामंदी से अमिताभ बच्चन का नाम ही सुनिश्चित किया है, बस औपचारिक एलान होने का इंतजार है. अगर
अमिताभ बच्चन अतुल्य भारत का चेहरा बनते हैं तो वह यकीनन आमिर खान से बेहतर साबित होंगे, इसकी वजह जानिए तस्वीरों में:
वैश्विक छवि
अमिताभ बच्चन एक ऐसा नाम है जो इस बड़े अभियान के लिए सबसे सशक्त चेहरा हैं. अमिताभ एक ऐसी शख्सियत हैं जो सिर्फ देश
में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचाने जाते हैं. कोई भी देश ऐसा नहीं होगा जहां उनके प्रशंसक नहीं होंगे. कई देशों से उन्हें अलग-अलग क्षेत्र में
सम्मान दिया गया है. भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति और सम्मान के लिए उनका कद सबसे उपयुक्त है.
आम आदमी से जुड़ा
बड़ा और अंतरराष्ट्रीय कद होने के बावजूद हर आम आदमी उनसे जुड़ा महसूस करता है. 'कौन बनेगा करोड़पति' कार्यक्रम की
सफलता से ये साफ जाहिर है. सिर्फ अपनी अदाकारी ही नहीं बल्कि अपने अच्छे स्वभाव के कारण वो सबके दिलों पर राज करते हैं.
खुद को किया साबित
अनुभव के मामले में भी अमिताभ आगे हैं क्योंकि वो पिछले कई सालों से गुजरात के एंबेसडर हैं. उन्होंने 'खुशबू गुजरात की'
कैंपेन को बखूबी निभाया. इसके लिए 2011-12 में उन्होंने राष्ट्रीय टूरिज्म अवॉर्ड से नवाजा गया. गुजरात के पर्यटन मंत्रालय के मुताबिक उनके कैंपेन का
खासा असर देखने को मिला. गुजरात में साल 2009 में 1.6 करोड़, 2010 में 1.9 करोड़, 2011 में 2.12 करोड़, 2012 में 2.46 करोड़ और 2013 में 2.7
करोड़ पर्यटक पहुंचे.
लोकप्रियता बोलती है
सिर्फ जमीनी स्तर पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया में भी करोड़ों लोगों तक उनकी पहुंच है. टि्वटर पर उन्हें 1.88 करोड़ लोग
फॉलो करते हैं जबकि फेसबुक पर 2.28 करोड़ लोग उनके आधिकारिक पेज को लाइक करते हैं (11 जनवरी 2016 तक). इंटरनेट पर अपनी इतनी बड़ी
पहुंच का फायदा देश के पर्यटन को मिल सकता है. इसके साथ ही लोगों से जुड़े रहने के लिए वो ब्लॉग भी लिखते हैं.
लंबा अनुभव
इससे पहले वो UNICEF के एंबेसडर रह चुके हैं. पोलियो के खिलाफ जंग में भी उनकी भूमिका ने काफी काम कर दिखाया. 'दो बूंद
जिंदगी' कैंपेन में उन्हें कौन भूल सकता है. फिलहाल वो UNICEF के 'गर्ल चाइल्ड प्रोग्राम' के एंबेसडर हैं.