दिल्ली में शुक्रवार को सम्मानित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2012 शुरू हुआ.
राजनीति, अर्थशास्त्र, विज्ञान और कला के क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों की मौजूदगी में इंडिया टुडे समूह के एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी ने 11वें इंडिया टुडे कॉन्क्लेव की शुरुआत की.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2012 में इस बार चर्चा और वादविवाद का विषय है 21वीं सदी एशियाई देशों के नाम.
अच्छी बात ये है कि इस बार के इंडिया टुडे कॉन्क्लेव और आम बजट पेश करने की तारीख भी मेल खा रही है. आम बजट पेश करने के एक दिन बाद यानी 17 मार्च को वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शामिल होने के लिए खुद मौजूद रहेंगे.
शुक्रवार को कॉनक्लेव में अन्ना हजारे ने अपने शुरुआती भाषण में कहा कि देश में व्यवस्था परिवर्तन जरूरी है.
अरुण पुरी ने कहा कि आज के नेता आम जनता की इच्छा, सोच मांग से अलग दिशा में सोचते दिखाई देते हैं.
कॉनक्लेव ने पहली बार कंट्री पार्टनर चुना है, जो इस बार इंग्लैंड है.