चुनावी सीजन में सियासी माहौल गरम है. सभी पार्टी के नेता एक-दूसरे पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहे. कुछ ऐसा ही नजारा इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच पर भी देखने को मिला जब बीजेपी नेता अमित शाह, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह और आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया साथ आए.
सत्र की शुरुआत में दिग्विजय सिंह ने कहा, 'यूपी में 80 लोकसभा सीटे हैं. यह सही है कि यूपी जीता तो हिंदुस्तान जीत लिया. हमलोगों ने तैयारी कर ली है. चुनावी युद्ध में आजमाएंगे अमित शाह जी को और AAP को. 2004 में भी आपने हमें हरा दिया, 2009 में भी ऐसा ही किया. दोनों बार हमनें मीडिया के सर्वे को गलत साबित किया. 2014 में भी ऐसा ही करेंगे.'
इस सत्र में AAP के गुजरात दौरे और मोदी से अरविंद केजरीवाल की मुलाकात को लेकर चले ड्रामे पर अमित शाह ने चुटकी लेते हुए कहा, 'मनीष सिसोदिया को गुजरात को देखकर रोना आ रहा है. कभी इन्होंने 2जी का हिसाब सोनिया गांधी से लिया? पूरा कोयला खा गए पर उनसे हिसाब क्यों नहीं लिया? मैं पूछना चाहता हूं कि अरविंद केजरीवाल को कभी सोनिया गांधी के साथ चाय पीने का मन क्यों नहीं करता? कांग्रेस एक वोटकटवा पार्टी लेकर आई है.'
'स्पेशल इकॉनिमिक जोनः उत्तर प्रदेश जीतो, जीतो भारत' सत्र की दूसरी अहम बात यह रही है कि अमित शाह के अरविंद केजरीवाल के गुजरात से चुनाव लड़ने की चुनौती को आम आदमी पार्टी ने स्वीकार कर लिया है. अमित शाह ने चुनौती भरे स्वर में कहा कि AAP वालों को लगता है कि गुजरात में विकास नहीं हुआ तो केजरीवाल वहीं से मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ लें.' इस पर मनीष सिसोदिया का जवाब था, 'मोदी जहां से चुनाव लड़ेंगे केजरीवाल वहीं से चुनाव लड़ेंगे.'
मनीष सिसोदिया ने कहा, 'उत्तर प्रदेश जीतना, महाराष्ट्र जीतना. जीतना क्या है. राजशाही थोड़ी स्थापित करनी है. ये लड़ाई भ्रष्टाचार, महंगाई और लूट के खिलाफ है. कन्याकुमारी हो या फिर गुजरात, सब जगह के लोगों को लड़ना होगा. वरना हिंदुस्तान हार जाएगा. हमारी पार्टी को यूपी में अच्छा रिस्पॉस मिल रहा है. मुझे उम्मीद है कि पूरे देश में भी ऐसा ही होगा.'
मनीष सिसोदिया ने कहा, 'पिछले एक साल से गुजरात के विकास के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं. आप अहमदाबाद से बाहर निकलो, महसाने में स्कूल में कोई व्यवस्था नहीं है. स्कूलों में महिलाओं के लिए शौचालय नहीं है. 50 से 150 किलोमीटर मे कॉलेज मिले. एक कॉलेज में 618 बच्चे थे और शिक्षक सिर्फ तीन. यही है इनका विकास.'
मनीष सिसोदिया ने कहा, 'हम विकास देखने गए. विकास देखकर दिल डूब गया. सोचा देश को बताएं. मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त मांगा. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री गया था. पर मिलने नहीं दिया गया.'