भूकंप और सुनामी की दहशत लड़कियों के साथ-साथ सड़कों पर दिख रहे दूसरे लोगों के चेहरों पर भी साफ दिखाई दी.
जान बचाने के लिए लोग अपने परिवार के साथ सड़कों के किनारे बैठे दिखे.
भूकंप और सुनामी की चेतावनी के दौरान भी मां की ममता की झलक दिखाई दी. अपने बच्चों को सीने से लगाए कई महिलाएं जान बचाने के लिए सुरक्षित ठिकाने खोजती रहीं.
धरती हिली तो दहल गई दुनिया. इंडोनेशिया में आए भूकंप ने कई देशों को हिलाकर रख दिया.
घरों और दफ्तरों से निकले लोग अपनी जान बचाने के लिए खुली जगह की ओर दौड़ पड़े.
इंडोनेशिया में भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी ने लोगों को खौफ से भर दिया. 2004 की तबाही के जख्म एक बार फिर हरे हो गए.
सड़कों पर दहशत ने अजीब हालत कर दी. खौफ के चलते दो लड़कियां एक दूसरे से लिपटी देर तक रोती रहीं.
भूकंप और सुनामी की चेतावनी के बाद हर कोई अपने घर की तरफ भागता दिखा.
घरों और दफ्तरों से निकले लोग अपनी जान बचाने के लिए खुली जगह की ओर दौड़ पड़े.
इंडोनेशिया में जैसे ही भूकंप के झटके महसूस हुए तो लोगबाग सड़कों पर निकल आए.
धरती हिली तो दहल गई दुनिया. इंडोनेशिया में आए भूकंप ने कई देशों को हिलाकर रख दिया. झटके महसूस होने के बाद हर जगह एक जैसी तस्वीरें दिखाई दीं.
भूकंप के बाद सड़कों पर दरारें पड़ गईं.
भूकंप की आहट पाते ही इंडोनेशिया में अफरा-तफरी मच गई.
इंडोनेशिया में आए भूकंप और फिर सुनामी की चेतावनी ने पूरी दुनिया को हिला दिया.
उत्तरी सुमात्रा के पश्चिमी तट से लगे जलक्षेत्र में 8.9 वेग का भूकंप आने के बाद भारत ने निकोबार द्वीप समूह के लिए सुनामी चेतावनी जारी की और तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश को सतर्क कर दिया.
इंडोनेशिया के बांदा आसेह द्वीप के निकट 8.7 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप के बाद श्रीलंका ने राष्ट्रीय स्तर पर सुनामी की चेतावनी जारी कर तटीय इलाके के लोगों से कहा है कि वे ऊंचे स्थानों पर चले जाएं.
दुनिया में कई बार इससे कुछ ज्यादा तीव्रता के भूकंप भी आए हैं जिनसे भारती तबाही मची.
इंडोनेशिया ज्वालामुखी और भूकम्प गतिविधियों वाला देश रहा है. 26 दिसम्बर 2004 को रिक्टर पैमाने पर 9.1 की तीव्रता वाले भूकम्प के बाद हिन्द महासागर में जबर्दस्त सुनामी आयी थी जिसमें 2,20,000 लोग मारे गये थे.
अमेरिकी प्रशांत सुनामी चेतावनी केन्द्र ने कहा, ‘इस आकार के भूकम्प से बड़े पैमाने पर तबाही वाले सुनामी की लहरें उठने का खतरा रहता है जो समूचे हिंद महासागर के तटवर्ती इलाकों को प्रभावित कर सकता है.’
सुमात्रा के तट पर आये जबर्दस्त भूकम्प के बाद अमेरिकी निगरानीकर्ताओं ने हिंद महासागर पर नजर रखने के आदेश जारी किये लेकिन स्पष्ट किया कि अभी निश्चित नहीं है कि सुनामी का खतरा बन रहा है.
लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागते देखे गए. बांदा आसेह में लोग प्रभावित इलाकों से दूर जाने का प्रयास करते नजर आए. हर जगह यातायात जाम देखा गया.
सुमात्रा में पहले आए 8.7 तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी करके तटीय क्षेत्रों में बसे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया.
भूकंप के कारण बांदा आसेह में निवासियों के बीच अफरा-तफरी मच गई. तकरीबन पांच मिनट तक जमीन हिलती रही. कुछ वक्त के लिए यहां टेलीफोन कनेक्शन बंद हो गए.
हालांकि भारत ने कहा कि इंडोनेशिया में उत्तरी सुमात्रा में आई 8.9 की तीव्रता वाले भूकंप के झटकों के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में सुनामी लहरों के उठने की संभावना नहीं है.
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि झटका मानक समयानुसार तीन बजकर 13 मिनट पर महसूस किया गया.
भूकंप आने के बाद इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीव पर 8.2 तीव्रता का एक और झटका महसूस किया गया. इस भूकंप और उसके बाद महसूस हो रहे झटकों के कारण दोबारा हिंद महासागर में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई.
इंडोनेशिया ज्वालामुखी और भूकम्प गतिविधियों वाला देश रहा है. 26 दिसम्बर 2004 को रिक्टर पैमाने पर 9.1 की तीव्रता वाले भूकम्प के बाद हिन्द महासागर में जबर्दस्त सुनामी आयी थी जिसमें 2,20,000 लोग मारे गये थे. इनमें 17,000 लोगों की मौत केवल आसेह में हुई थी.
भूकंप का केंद्र इंडोनेशिया का बांदा आसेह था. शुरू में इसकी तीव्रता 8.9 बतायी गयी थी.
अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण ने बताया कि सुमात्रा के तट के पास समुद्र की सतह से 33 किलोमीटर की गहराई पर भारतीय समयानुसार अपराह्न दो बजकर आठ मिनट पर 8.7 की तीव्रता वाला भूकम्प आया.
भारत में तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, अंडमान और निकोबार, असम तथा पश्चिम बंगाल में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
भूकंप के झटके भारत के पूर्वी तट, श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, थाईलैंड, सिंगापुर और मलेशिया तक महसूस किए गए.
सुमात्रा द्वीप में भूकंप का झटका महसूस किया गया. इसके बाद अमेरिकी और इंडोनेशियाई निगरानीकर्ताओं ने पूरे हिंद महासागर क्षेत्र में सुनामी का एलर्ट जारी कर दिया.
इस क्षेत्र में 2004 में सुनामी से जानमाल की भारी तबाही हुई थी.
इंडोनेशिया के समुद्री क्षेत्र में 8.7 तीव्रता वाले शक्तिशाली भूकंप के बाद भारत सहित हिंद महासागर से जुड़े सभी देशों में सुनामी का खतरा पैदा हो गया. हालांकि बाद में सुनामी की चेतावनी वापस ले ली गई.