मुंबई पर आतंकी हमले के मुजरिम अजमल कसाब को फांसी पर लटकाये जाने को लेकर खुशी जताते हुए बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटीं. इस दौरान लोगों ने कसाब के पुतले को फांसी पर लटकाया भी.
26/11 का एकमात्र जिंदा बचा आतंकी अजमल कसाब को बड़ी ही गुप्त तरीके से फांसी दी गई.
लोगों ने कसाब को फांसी पर लटकाए जाने के बाद जमकर जश्न मनाया.
कसाब की फांसी से मानो देशभर के कई हिस्सों में दीवाली सी मन गई. लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और मिठाइयां बांटी.
बीजेपी ने कसाब की फांसी पर खुशी जताई और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने देश के कई हिस्सों में मिठाई बांटकर इसकी खुशी मनाई.
लोगों ने ढोल बजाए और आतिशबाजी के साथ साथ कसाब की फांसी की खुशी में नाचे भी.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर कसाब की फांसी का जश्न मनाया.
लोगों ने इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी की.
कसाब को फांसी पर चढ़ाने की खुशी लोगों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी.
देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई पर 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के दौरान एकमात्र जीवित पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को इन हमलों के करीब चार साल बाद बुधवार को पुणे की यरवदा जेल में फांसी पर लटका दिया गया.
लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी अजमल कसाब को पता था कि उसे 21 नवंबर की सुबह फांसी पर लटकाया जाएगा.
कसाब को मुंबई की ऑर्थर रोड जेल से 19 नवंबर को पुणे की यरवदा जेल ले जाए जाने से पहले, उससे उसके डेथ वारंट (मौत का वारंट) पर हस्ताक्षर कराए गए थे.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कसाब को उसकी कोठरी में डेथ वारंट पढ़ कर सुनाया और उसे बताया कि उसकी दया याचिका राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने खारिज कर दी है.
कसाब लश्कर ए तैयबा के उस दस सदस्यीय आतंकी समूह का हिस्सा था जिसने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हमला कर 166 लोगों को मौत की नींद सुला दिया था.
सूत्रों ने बताया कि डेथ वारंट पढ़ कर सुनाए जाने के बाद कसाब से उस पर हस्ताक्षर करने को कहा गया. कसाब ने हस्ताक्षर कर दिये.
बाद में कसाब को यरवदा जेल की पुलिस अपने साथ ले गई. इस अभियान के बारे में स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई. सिर्फ कुछ अधिकारियों को छोड़ कर, 200 जवानों वाली आईटीबीपी की टुकड़ी को भी कसाब को पुणे जेल ले जाए जाने के बारे में नहीं बताया गया.
आईटीबीपी की टुकड़ी मार्च 2009 से 25 वर्षीय कसाब की सुरक्षा के लिए मुंबई की आर्थर रोड जेल में तैनात थी.
इस पाकिस्तानी आतंकवादी को पुणे की यरवदा जेल ले जाए जाने के बावजूद आईटीबीपी के जवान उसकी खाली पड़ी, उच्च सुरक्षा वाली कोठरी की निगरानी करते रहे.
पाकिस्तान ने मुंबई हमले के गुनाहगार अजमल कसाब को फांसी दिए जाने को लेकर सावधानी के साथ प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वह हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है और दहशतगर्दी को खत्म करने के लिए सभी देशों के साथ सहयोग का इच्छुक है.
मुंबई में हमला करने वाले 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों में कसाब जिंदा पकड़ा गया था. लश्कर तैयबा द्वारा प्रशिक्षित शेष नौ आतंकवादी मारे गए थे. मुंबई हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे.
पुणे के यरवदा जेल में कसाब को फांसी दिए जाने की खबर आने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता जमा हो गए.
देश के कई इलाकों में समाज के अलग-अलग तबकों के लोगों ने कसाब को फांसी दिये जाने पर जश्न मनाया.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने इस दौरान एक-दूसरे का मुंह भी मीठा कराया.
पुणे की यरवदा जेल जेल के बाहर लोगों ने पुलिस को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी जाहिर की.
पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ने मुंबई हमला मामले में सुनवाई के दौरान न्यायाधीश, पुलिसकर्मियों और अदालत के अधिकारियों को अपनी बुद्धि और समझने की शक्ति से खासा प्रभावित किया था.
कसाब ने सुनवाई के दौरान मराठी भाषा चुनी और अपने आस पास के लोगों से मराठी में ही बात की थी.
आर्थर रोड कारागार में विशेष रूप से बनाई गई अदालत में कसाब द्वारा स्थानीय भाषा मराठी को तुरंत सीखने ने सभी उपस्थित लोगों का ध्यान आकषिर्त किया था. कसाब को बुधवार को पुणे की यरवदा जेल में फांसी पर लटकाया गया.
मुंबई पर हुए 26/11 हमले के दौरान कसाब हथियार के साथ कैमरे में कैद हुआ था.
पुलिस रिमांड में कसाब की यह फोटो जारी की कई थी.
मुंबई के होटल ताज पर भी इस दौरान हमला हुआ था जिसमें कई लोग मारे गए थे. उसी दौरान की फाइल फोटो में ऑपरेशन को आगे बढ़ाते पुलिसकर्मी.
इस दौरान जब जमीनी फायरिंग से स्थिति कंट्रोल में नहीं आई तो पुलिस ने हेलीकॉप्टर का भी सहारा लिया था.
मुंबई के मशहूर होटल ताज में आज भी 26/11 का जख्म ताजा सा है.
कसाब की फांसी के बारे में कई लोगों ने कहा कि सही मायने में आज मुंबई हमलों में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि मिली है.