टीम अन्ना के अनशन के चौथे दिन खुशगवार मौसम और सप्ताहांत होने के बावजूद लोगों की सीमित मौजूदगी ही दिख रही है. अन्ना हजारे खुद 11 बजे मुख्य मंच पर पहुंच चुके थे.
अनशन स्थल से शुक्रवार को गायब रहीं किरण बेदी फिर से वापस आ चुकी हैं.
सिक्किम में भूमि अधिग्रहण और भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे वाई के लेप्चा भी आए हैं. उन्होंने हजारे को वहां की पारंपरिक टोपी पहनायी.
टीम अन्ना द्वारा भारी संख्या में लोगों से एकत्र होने की अपील किए जाने के बावजूद अनशन स्थल अभी भी पूरी तरह से गुलजार नहीं दिख रहा है. केवल 350 -400 लोग ही दिख रहे हैं.
टीम अन्ना के सदस्य देशभक्तिपूर्ण गाने पेश कर भीड़ का हौसला बढ़ा रहे हैं, वहीं मंच के इर्द-गिर्द कुछ विशेष अंदाज में आए लोगों की मौजूदगी भी दिख रही है.
छुट्टी के बहाने कुछ लोग छोटे-छोटे समूहों में आ रहे हैं. महिलाओं और थोड़ी बहुत संख्या में विद्यार्थी भी दिख रहे हैं.
सरकार को दिए अपने अल्टीमेटम के यानी अनशन के चौथे दिन अन्ना हजारे ने कहा कि वह किसी खास पार्टी से अलग साफ छवि वाले नेताओं का समर्थन करेंगे.
हालांकि उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह जरूर कहा कि यह सरकार बार-बार धोखा देती है.
75 वर्षीय समाजसेवी ने कहा कि मैं तब तक आंदोलन करूंगा जब तक मेरे प्राण रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि यह मेरी लड़ाई नहीं है, यह लड़ाई मैं लोकपाल के लिए लड़ रहा हूं और लोकपाल आने तक यह लड़ाई जारी रहेगी.
2014 के लोकसभा चुनाव के बाबत उन्होंने कहा कि हमारी टीम चरित्रवान लोगों की खोज करेगी.
हालांकि उन्होंने जोर देकर यह बात दोहराई कि वह खुद ना तो चुनाव लड़ेंगे और ना ही किसी पार्टी का निर्माण करेंगे.
अपने आंदोलन के बारे में उन्होंने कहा कि हमारा आंदोलन देश के 400 जिलों में जारी है. हम यह आंदोलन भीड़ दिखाने के लिए नहीं कर रहे हैं.
आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने टीम अन्ना से अपील की है कि वह अनशन समाप्त कर अपना आंदोलन जारी रखें.