अगर शाही ठाठ-बाट के साथ देश की यात्रा करने के शौकीन हैं और पैसे बचाने की कोई मोह-माया नहीं है, तो महाराजा एक्स्प्रेस के लखटकिया सफर का लुत्फ जरूर उठाइए.
महाराजा एक्स्प्रेस में यात्रा के लिए पांच तरह के पैकेज मौजूद हैं. ट्रेन पैकेज में मौजूद स्टेशनों पर रुकती है, यात्री वहां घूमते-फिरते हैं और वापस तयशुदा वक्त पर ट्रेन बोर्ड कर लेते हैं. इसी तरह इस चलते-फिरते होटल
पर सवार होकर पर्यटक अपना सफर पूरा करते हैं.
यह ट्रेन दिल्ली या मुंबई से खुलकर आगरा, फतेहपुर सीकरी, ग्वालियर, रणथंबोर , वाराणसी, लखनऊ, जयपुर, बीकानेर, खजुराहो, उदयपुर स्टेशनों पर रुकती है.
देश की लग्जरी ट्रेनों में से एक महाराजा एक्स्प्रेस में एक दिन का किराया 40 हजार रुपये से लेकर 1.25 लाख तक होता है.
ट्रेन में यात्रियों के सोने के लिए 14 केबिन हैं. हर केबिन में फोन, एलसीडी टीवी, डीवीडी प्लेयर, इंटरनेट, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर. हर केबिन में बाथरूम भी है.
इनमें 5 डिलक्स, 6 जूनियर सूएट, 2 सूएट और एक मैजेस्टिक प्रेसिडेंशियल सूएट मौजूद है.
साल 2010 में इंडियन रेलवे कैटरिंग एण्ड टूरिजम कॉर्पोरेशन और कॉक्स किंग्स इंडिया लिमिटेड ने मिलकर इसे शुरू किया था.
23 बोगियों वाले महाराजा एक्स्प्रेस में 88 लोग यात्रा कर सकते हैं.
इस ट्रेन में दो रेस्टोरेंट हैं- मयूर महल और रंग महल. हर रेस्टोरेंट में 42 लोग एक साथ बैठकर खाना खा सकते हैं. यात्रियों की सुविधा और जगह के अनुसार इनका इंटीरियर भी काफी खूबसूरती से तैयार किया गया है.
साल 2011 में इसे विश्व की सबसे विलासिता वाली 25 ट्रेनों की लिस्ट में शामिल किया गया था.
महाराजा एक्स्प्रेस से सफर पर निकले लोग लगभग पूरा हफ्ता ट्रेन पर बिताते हैं. इसलिए यात्रियों के लिए ट्रेन में लाउंज भी बनाया गया है. यहां आराम कुर्सी से लेकर कुछ इंडोर गेम्स की भी व्यवस्था है.
ट्रेन में सफारी बार भी है. यहां दुनियाभर के मशहूर शराब यहां के मेनू में शामिल हैं.
वो खुशी ही क्या जिसकी निशानी ना हो. ट्रेन में एक बूटिक भी है जहां से कई गिफ्ट आइटम मौजूद होते हैं. आप अपने लिए या किसी खास को कुछ गिफ्ट करने के लिए और अपनी यात्रा को यादगार बनाने के लिए
यहां से शॉपिंग कर सकते हैं.