उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 10 फरवरी को मौनी अमावस्या स्नान के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
पूरे मेला क्षेत्र को सात जोन और 18 सेक्टर में विभाजित किया गया है.
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए मेला क्षेत्र में जाने और वापसी के लिए लोवर संगम, अपर संगम अरैल और झूंसी को जोड़ने के लिए 18 पान्टून पुल बनाये गये हैं.
शाही स्नान के चलते एकल दिशा पैदल यातायात मार्ग के तौर पर इस्तेमाल किया जायेगा.
यातायात डायवर्जन की 11 स्कीमें अलग-अलग मार्ग के लिये तैयार की गयी हैं.
दूर बने पार्किंग स्थलों से स्नान घाट के पास ले जाने के लिये शटल बस सेवा का संचालन किया जा रहा है.
पूरे मेला क्षेत्र में 65 सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं.
24 कंपनी पीएसी, छह बाढ़ राहत कम्पनी, आरएएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी की 39 कम्पनियों और एक कम्पनी एनीडीआरएफ तैनात की गयी है.
19 डाग स्क्वाड भी मेले में तैनात हैं.
जल पुलिस, 4वीं वाहिनी, 12वीं वाहिनी, 37वीं वाहिनी, पीएसी 42वीं वाहिनी, उत्तराखंड पीएसी की टुकड़ियां मेले में तैनात हैं.
कुंभ मेले के मौनी अमावस्या स्नान के लिए पिछले 24 घंटों से लाखों लोगों की भारी भीड़ संगम घाटों पर डेरा जमाये हुए है.
घाटों पर ही समूह के समूह खाना पका और खा रहे हैं.
तेज सर्दी में संगम घाटों पर आठ और नौ फरवरी की अर्ध रात्रि से ही लोगों ने गंगा स्नान शुरू कर दिया है.
लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नानार्थी लगातार संगम घाटों पर स्नान कर रवाना होना शुरू हो गये हैं.
हालांकि मुख्य स्नान 10 फरवरी को है और सुबह पांच बजे से ही महामंडलेश्वरों , धर्माचार्यों का स्नान शुरू हो जायेगा.
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में 10 फरवरी को मौनी अमावस्या स्नान के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
पूरे मेला क्षेत्र को सात जोन और 18 सेक्टर में विभाजित किया गया है.