गुजरात में शुक्रवार को गोधरा में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने बहुप्रचारित जिला स्तरीय सद्भावना मिशन व्रत के तहत स्थानीय एसआरपी ग्राउंड पर एक दिन का व्रत शुरू कर चुके हैं.
इस बीच, मोदी के उपवास के समानांतर सम्मेलन करने की कोशिश कर रहे छह कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
शबनम हाशमी और उनके पांच साथियों को पुलिस ने गोधरा के बाहर गिरफ्तार किया.
मुख्यमंत्री के साथ 8 हजार कार्यकर्ता भी सद्भावना मिशन के तहत यहां व्रत पर हैं.
मोदी जिस मंच पर बैठे हैं, उस पर मुस्लिमों के लिए भी जगह बनाई गई है.
साथ ही, पंडाल में मुस्लिमों के नमाज पढ़ने का भी इंतजाम किया गया है, जहां वह जुमे की नमाज अता करेंगे. गोधरा पंचमहाल जिले का हिस्सा है.
फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को उपद्रवियों के आग लगा देने पर सुर्खियों में आया था.
राज्य के प्रमुख नेताओं के गोधरा आगमन के मद्देनजर कस्बे में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था में 1500 से अधिक जवानों को लगाया गया है.
सितंबर 2011 में अहमदाबाद में मुख्यमंत्री ने अपने 62वें जन्मदिन से तीन दिन (17से 19) तक सद्भावना मिशन के बैनर तले उपवास किया था, जो 'टोपी' विवाद के चलते खासा सुर्खियों में रहा.
इसके समापन पर मोदी ने हर जिले में जाकर एक दिन व्रत रखने की घोषणा की थी.
उधर आरंभ से सद्भावना मिशन को जनता के धन की बर्बादी करार देती रही कांग्रेस समानांतर सत्कर्म उपवास कर सद्भावना मिशन का विरोध कर रही है.
अपने 'सद्भावना मिशन' के अगले पड़ाव के तौर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोधरा में एक दिन का उपवास पर बैठे.
एक तो जुम्मे का दिन और उस पर से दस साल पहले गोधारा में हुए दंगों की वजह से कस्बे में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.
सुबह उपवास के लिए निकलने से कुछ ही देर पहले मोदी ने ट्वीट किया कि सद्भावना मिशन के 23वें उपवास के लिए गोधरा जा रहा हूं.
स्थानीय बीजेपी नेताओं को लगता है कि इस इवेंट के मद्देनजर वहां खासी भीड़ जमा होगी और यह 50 हजार का आंकड़ा भी पार कर सकती है.
माना जा रहा है कि अल्सपसंख्यकों का एक बड़ा वर्ग, जो मोदी समर्थक है, भी वहां जुटेगा.
मोदी के उपवास स्थल पर पहुंचते ही वहां विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
मोदी का विरोध कर रहीं सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी समेत 6 लोग हिरासत में लिए गए हैं.
उपवास के लिए स्टेट रिजर्व पुलिस ग्राउंड में शानदार मंच तैयार किया गया है.
गौर करने लायक बात यह है कि यह उपवास गोधरा कांड की 10 बरसी से करीब महीना भर पहले यहां रखा गया है.
27 फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के एस 6 कोच में आग लगने के बाद 59 लोग मारे गए थे और दंगे भड़के थे.
1600 पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिहाज से वहां तैनात किए गए हैं जिनमें खास तौर से प्रशिषण प्राप्त 50 चेतक कमांडोज़ भी हैं.
संवेदनशील जगहों और मंच के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
गुजरात में शुक्रवार को गोधरा में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने बहुप्रचारित जिला स्तरीय सद्भावना मिशन व्रत के तहत स्थानीय एसआरपी ग्राउंड पर एक दिन का व्रत शुरू कर चुके हैं.
इस बीच, मोदी के उपवास के समानांतर सम्मेलन करने की कोशिश कर रहे छह कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
शबनम हाशमी और उनके पांच साथियों को पुलिस ने गोधरा के बाहर गिरफ्तार किया.
मुख्यमंत्री के साथ 8 हजार कार्यकर्ता भी सद्भावना मिशन के तहत यहां व्रत पर हैं.
मोदी जिस मंच पर बैठे हैं, उस पर मुस्लिमों के लिए भी जगह बनाई गई है.
साथ ही, पंडाल में मुस्लिमों के नमाज पढ़ने का भी इंतजाम किया गया है, जहां वह जुमे की नमाज अता करेंगे. गोधरा पंचमहाल जिले का हिस्सा है.
फरवरी 2002 में साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को उपद्रवियों के आग लगा देने पर सुर्खियों में आया था.