भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वाराणसी संसदीय सीट से अपना नामांकन दाखिल किया. मोदी बनारस के अलावा गुजरात की वडोदरा संसदीय सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
वाराणसी के लोगों द्वारा दिए गए ‘जबर्दस्त प्रेम और आशीर्वाद’ से अभिभूत प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने मंदिर नगरी को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने, गंगा को प्रदूषण मुक्त करने और बुनकरों की दशा सुधारने का संकल्प लिया.
नामांकन भरने से पहले हजारों की संख्या में लोगों की मौजूदगी वाले अपने विशाल रोड शो के बाद भाजपा नेता ने शहर से भावनात्मक लगाव प्रदर्शित करते हुए कहा कि वह खुद को छोटे बच्चे की तरह महसूस कर रहे हैं जो अपनी मां की गोद में आया है.
मोदी ने तीन घंटे के रोड शो के बाद कहा, ‘यहां आने के बाद मुझे महसूस हुआ कि न तो मुझे भाजपा ने भेजा है और न ही मैं यहां आया हूं. मैं यहां हूं क्योंकि मां गंगा ने मुझे बुलाया है. मैं छोटे बच्चे की तरह महसूस कर रहा हूं जो मां की गोद में आया है. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मुझे शहर की सेवा करने की शक्ति प्रदान करें.’
भाजपा के कद्दावर नेता ने कहा कि वह वाराणसी को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के पूरे प्रयास करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि भगवान मुझे यहां लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने और वाराणसी के लोगों के लिए बहुत कुछ करने की शक्ति प्रदान करेंगे.’
मोदी ने कहा, ‘मुझे साबरमती नदी की सेवा करने का अवसर मिला और यदि मुझे मौका मिलता है तो मैं इसी तरह का काम मां गंगा के लिए करना चाहूंगा.’ वाराणसी के बुनकरों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आधुनिक प्रौद्योगिकी की आवश्यकता है जिसे विश्वभर में लोकप्रिय बनाया जा सके.
उन्होंने कहा, ‘यह (रेशम उद्योग) हमारा गौरव है. मेरा मानना है कि प्रौद्योगिकी, डिजाइन और मार्केटिंग को उन्नत करने की जरूरत है. मुझे लगता है कि हमारे बुनकर चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं.’ मोदी ने कहा कि शहर में आधारभूत ढांचे में सुधार की आवश्यकता है.
लाहुरीबीर से कचहरी रोड तक तीन किलोमीटर लंबे रोड शो के दौरान सड़क के दोनों ओर तथा छतों पर खड़े लोगों ने मोदी पर फूल बरसाए और शंख बजाकर उनका स्वागत किया.
गंगा की सफाई को लेकर मोदी ने कहा, 'जिस तरह से साबरमती नदी के लिए गुजरात में काम हुआ है, वैसा ही यहां भी हो सकता है. ईश्वर मुझे शक्ति दे कि मैं काशीवासियों की सेवा कर सकूं.'
मोदी के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी, रविशंकर प्रसाद और मुख्तार अब्बास नकवी मौजूद थे.
नामांकन दाखिल करने के लिए मोदी लगभग डेढ़ घंटे विलंब से हवाईअड्डा पहुंचे. हवाईअड्डे से मोदी हेलीकॉप्टर से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्य द्वार पर स्थित पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
इसके बाद उन्होंने मलदहिया स्थित सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया. इसके साथ ही उनका दो किलोमीटर लंबा रोड शो शुरू हो गया. रोड शो के दौरान बनारस की सड़कों पर कार्यकर्ताओं का जनसैलाब उमड़ा जो मोदी के समर्थन में नारे लगा रहा था.
मोदी का यह रोड शो केंट स्थित मिंट चौराहे तक चला. मिंट चौराहे पर वह स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. यहां से वह अपने प्रस्तावकों के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे.
रोड शो के दौरान विभिन्न संगठनों, व्यापारिक संस्थानों, व्यापारियों, महिलाओं व महिला संगठनों की ओर से मोदी का स्वागत किया गया.
महिलाओं में भी मोदी के प्रति वही उत्सुकता देखने को मिली जो बीजेपी के पीएम उम्मीदवार के समर्थकों में दिखी.
वाराणसी सीट से नामांकन पत्र दाखिल करने से पूर्व भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के रोडशो के दौरान गंगा के तट के किनारे बसा आध्यात्म का यह प्राचीनतम केंद्र को मानो पूरी तरह से थम गया.
मोदी के रोड शो के दौरान मोदी के मुखौटे लगाए बच्चे.
हर कोई बस मोदी की एक झलक पा लेना चाहता था.
क्या बड़े क्या बच्चे, सभी को तो बस मोदी की एक झलक चाहिए थी.
मोदी ने कहा कि ‘गंगा मैया’ ने इस पवित्र शहर में चुनाव लड़ने के लिए बुलाया है. उन्होंने गंगा नदी के तट पर स्थित इस मंदिरों के शहर को दुनिया की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का वादा किया.
‘मोदी, मोदी’ के हषर्नाद करते लोगों और संघ परिवार के सैकडों कार्यकर्ताओं के उद्घोष, शंखनाद की गूंजती ध्वनि और गुलाब के फूलों की बौछार के बीच 63 वर्षीय मोदी ने लहुराबीर से कचहरी तक तीन किलोमीटर का रास्ता सजे हुए खुले ट्रक में तय किया और सड़क के दोनों ओर भीषण गर्मी में बड़ी संख्या में उपस्थित उत्साहित समर्थकों का अभिवादन किया.
रोडशो के बाद मोदी ने पार्टी नेता मुख्तार अब्बास नकवी, रविशंकर प्रसाद, अमित शाह के साथ जिला कलेक्टर के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया. जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय पहुंचने पर मोदी को करीब 20 मिनट इंतजार करना पड़ा क्योंकि एक निर्दलीय उम्मीदवार पर्चा दाखिल कर रहा था. मोदी के करीबी और भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रभारी अमित शाह ने कहा कि रोडशो ने साबित कर दिया है कि ‘मोदी की लहर’ अब ‘सुनामी’ में तब्दील हो चुकी है.
मोदी के प्रस्तावकों में छन्नूलाल मिश्र, गिरधर मालवीय के अलावा एक बुनकर और निशाद समाज से भी एक व्यक्ति को शामिल किया गया था.