काला धन वापस लाने तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे योग गुरु बाबा रामदेव को सोमवार को संसद मार्च करते समय हिरासत में लेने के बाद अम्बेडकर स्टेडियम ले जाया गया, जहां देर शाम उन्हें व उनके समर्थकों को रिहा कर दिया गया.
पुलिस की ओर से रिहाई की घोषणा किए जाने के बावजूद बाबा रामदेव अपने समर्थकों के साथ अम्बेडकर स्टेडियम में डटे हुए हैं.
रामलीला मैदान से बाबा रामदेव एक जीप पर सवार होकर निकले थे और उनके साथ उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं का हुजूम था. जैसे ही उनका काफिला रणजीत सिंह फ्लाईओवर की ओर बढ़ा उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
इसके बाद बाबा और उनके समर्थकों को डीटीसी की बसों में बैठा दिया गया. इसके बावजूद बाबा रूके नहीं उन्होंने बस की छत पर चढ़कर अपने समर्थकों को सम्बोधित करना आरम्भ कर दिया.
दिल्ली पुलिस की योजना थी कि बाबा रामदेव को हिरासत में लेने के बाद उन्हें और उनके समर्थकों को बवाना स्थित अस्थाई जेल में रखा जाएगा लेकिन बाबा के समर्थक उनकी बस के आगे लेट गए.
इस बीच बाबा रामदेव के आंदोलन को सोमवार को कांग्रेस छोड़ अधिकांश राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल हुआ.
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और राजग संयोजक शरद यादव ने बाबा के मंच से सम्बोधन भी किया.
गडकरी ने कहा कि रामदेव भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए लड़ रहे हैं और उनका कोई राजनीतिक इरादा नहीं है. विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लाया जाना चाहिए और किसानों व गरीबों पर उसे खर्च किया जाना चाहिए.
इस बीच बाबा रामदेव के आंदोलन को सोमवार को कांग्रेस छोड़ अधिकांश राजनीतिक दलों का समर्थन हासिल हुआ. अकाली दल और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्य भी मंच पर उपस्थित थे.
एक तरफ जहां विपक्षी दल बाबा रामदेव का खुलकर समर्थन कर रहे हैं वहीं कांग्रेस ने बाबा रामदेव पर आरोप लगाया कि वह काले धन के खिलाफ आंदोलन के नाम पर राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं और उनके असली इरादे सामने आ गए हैं. पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि सरकार ने काले धन से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं.
एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, गीतिका का शारीरिक शोषण हुआ था. इस खुलासे से यह सवाल भी उठ खड़ा हुआ है कि कहीं यही वो वजह तो नहीं थी, जिससे गीतिका टूट गई और उसने मौत को गले लगा लिया.
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सोमवार को योग गुरु बाबा रामदेव और भंग हो चुकी टीम अन्ना पर हमला करते हुए कहा कि इनके आंदोलन राजनीति से प्रेरित हैं और इन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन हासिल है.