नॉर्दन ग्रिड के फेल होने से पूरे उत्तर भारत में हाहाकार सा मच गया है. दिल्ली समेत उत्तर भारत के 7 राज्यों में रात करीब ढाई बजे से बत्ती गुल है.
ये उत्तर भारत का सबसे बड़ा बिजली संकट माना जा रहा है. नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने से ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है और जगह-जगह कई ट्रेनें फंसी हुई हैं.
बताया जा रहा है कि तकनीकी खराबी आने से एक के बाद एक चार बिजलीघर ठप पड़ते गए और सात राज्यों में अंधेरा छा गया.
रात के करीब ढाई बजे ग्रिड में खराबी आई, जिसे ठीक करने की कोशिशें जारी हैं.
नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने का सबसे बुरा असर रेलवे पर पड़ा है. अभी तक कि खबरों के मुताबिक 30 एक्सप्रेस ट्रेने और 40 माल गाड़ियां प्रभावित हुई हैं.
नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने से उत्तर भारत में जनजीवन ठप सा हो गया है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, जम्मू, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश राज्यों के कई बड़े हिस्सों में बिजली संकट पैदा हुआ है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बिजली बहाल हो गई है, जबकि दिल्ली एयरपोर्ट पर भी बिजली बहाल होने की खबर है.
नॉर्दर्न ग्रिड में रात के करीब ढाई बजे आई खराबी, एक के बाद एक चार बिजलीघरों से उत्पादन हुआ ठप, नांगल, रोपड़, बठिंडा और थेन बिजलीघर बंद.
ब्लैकआउट से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मुसाफिर हलकान, 12 से ज्यादा ट्रेनें ठप, इलाहाबाद, मुरादाबाद, कोटा, आगरा और अंबाला डिवीजन की बिजली से चलने वाली ट्रेनें प्रभावित, ग्रिड की खराबी से दिल्ली की लाइफलाइन मेट्रो ट्रेनें ठप.
ऊर्जा मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने से हुए बिजली संकट की जांच की जाएगी. तीन लोगों की कमिटी इस मामले की जांच करेगी.
क्षमता से ज्यादा बिजली के इस्तेमाल के कारण ये संकट उत्पन्न हुआ. ऊर्जा मंत्री जी ने कहा कि नॉर्दर्न ग्रिड फेल होने के बाद ईस्टर्न और वेस्टर्न ग्रिड से बिजली की सप्लाई ली गई.
शिंदे ने कहा कि सुबह आठ बजे ट्रेन सेवाएं बहाल कर दी गईं थी साथ ही 2 से 3 घंटे में सातों राज्यों में पूरी तरह से बहाली हो जाएगी.
नॉर्दर्न ग्रिड में भी 60 प्रतिशत बिजली रिस्टोर कर ली गई है. दिल्ली के भी कुछ इलाकों में बिजली बहाल हो गई है. शिंदे ने कहा कुछ राज्यों ने बिजली का ज्यादा इस्तेमाल किया है.