दुनिया में आतिथ्य सत्कार, परंपरागत शाही अंदाज और आधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस उत्तर भारत की लोकप्रिय शाही रेलगाड़ी 'पैलेस ऑन व्हील्स' नये रंग रूप और साज-सज्जा के साथ 34 यात्रियों को लेकर इस सीजन की पहली यात्रा पर दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हुई.
इस ट्रेन में 23 डिब्बे हैं जिनमें 14 सैलून, एक स्पा कोच, दो रेस्तरां और एक रिसेप्शन कम बार हैं.
भारतीय रेलवे और राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के इस संयुक्त उपक्रम में सभी आधुनिक सुविधाएं हैं. पर्यटकों की यह लक्जरी ट्रेन जयपुर, सवाईमाधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर और आगरा होते हुए दिल्ली लौट आएगी.
सितंबर, 2013 से अप्रैल 2014 तक यह ट्रेन 34 चक्कर लगाएगी और 3000 यात्रियों के इस ट्रेन से यात्रा करने की संभावना है.
आलीशान सैलूनों के बीच बनी गैलेरी
सैलानियों को और अधिक राजसी अनुभव कराने के लिये इस ट्रेन में पूर्व राजा-महाराजाओं की जीवन शैली से जुड़ीं साज-सज्जा और सहूलियतें दी गई हैं.
हैं. इस बार डाइनिंग, बार और लोंज एरिया को भी नया लुक दिया गया है.
ये है ट्रेन का महाराजा रेस्टोरेंट
ये ट्रेन दुनिया की चार सबसे बड़ी शाही रेलगाड़ियों में से एक है. तस्वीर में शाही बार. गाड़ी के सभी 14 सैलूनों के कारपेट और पर्दों को बदलकर उन्हें आकर्षक रूप दिया गया है.
ट्रेन में ऐसा एहसास होगा कि जैसे आप किसी फाइव स्टार होटल में हों.
ट्रेन में रीडिंग रूम का लुत्फ भी आप उठा सकेंगे.
पर्यटकों के लिए मसाज पॉर्लर. पर्यटकों की डिमांड के मुताबिक स्पा और हेल्थ क्लब, जिम को भी मॉडर्न टच दिया गया है. पैलेस ऑन व्हील्स’ में सितम्बर और अप्रैल माह के लिये एक व्यक्ति का
किराया 575 यूएस डॉलर प्रति रात्रि है. दो व्यक्तियों के एक साथ यात्रा
करने पर यह किराया 430 डॉलर प्रति रात्रि और तीन व्यक्तियों के एक साथ
यात्रा पर यह किराया 390 डॉलर है.
ये है ट्रेन का सुंदर और आरामदायक बेडरूम. अक्टूबर से मार्च तक के लिये एक व्यक्ति का किराया 770 यूएस डॉलर प्रति रात्रि, दो व्यक्तियों के एक साथ यात्रा करने के लिये प्रति व्यक्ति 575 अमेरिकन डॉलर प्रति रात्रि और तीन व्यक्तियों के एक साथ यात्रा करने पर यह किराया केवल 520 अमेरिकन डॉलर प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि रखा गया है.
पैलेस ऑन व्हील्स की इस पहली कमर्शियल यात्रा के मौके पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आर.टी.डी.सी.) के अध्यक्ष रणदीप धनकड, केंद्रीय सचिव डॉ. ललित के. पंवार, राजस्थान के प्रमुख पर्यटन सचिव राकेश श्रीवास्तव, आरटीडीसी के प्रबंध निदेशक विनोद अजमेरा, आर.टी.डी.सी. के दिल्ली में महाप्रबंधक प्रमोद शर्मा और शाही रेल गाड़ी के महाप्रबंधक प्रदीप बोहरा सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.
इस साल शाही रेलगाड़ी के पहले सफर में दिल्ली से 34 यात्री सफर कर रहे हैं, जिसमें विभिन्न देशों न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके, ओमान, स्वीडन, दक्षिण अफ्रिका और पांच भारतीय (मुम्बई) से शामिल हैं.
7 दिन की इस यात्रा के दौरान यह ट्रेन पर्यटकों को एसी के ठाठ-बाट के साथ पहाड़ों, नदियों, जंगलों एवं मरुस्थलीय इलाकों में घुमाएगी.
ये ट्रेन दुनिया की चार सबसे बड़ी शाही रेलगाड़ियों में से एक है.
सैलानियों को और अधिक राजसी अनुभव कराने के लिये इस ट्रेन में पूर्व राजा-महाराजाओं की जीवन शैली से जुड़ीं साज-सज्जा और सहूलियतें दी गई हैं. इस बार डाइनिंग, बार और लोंज एरिया को भी नया लुक दिया गया है.