इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो के साथ प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो इस बार गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो के बीच वैश्विक आतंकवाद सहित अनेक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय के अलावा द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई.
भारत और इंडोनेशिया ने दोनों देशों के बीच संबंधों को एक नई ऊंचाई देते हुए प्रत्यर्पण, रक्षा, ऊर्जा और खुफिया सूचनाओं सहित विभिन्न क्षेत्रों में समझौतों पर हस्ताक्षर किये.
दोनों नेताओं के बीच बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया, ‘दोनों नेताओं ने सभी किस्म के आतंकवाद की निंदा की और इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के किसी भी कृत्य को किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराया जा सकता.’
बयान के अनुसार, वैश्विक आतंकवाद सहित देश से बाहर अपराधों से राष्ट्रीय सुरक्षा को मिलने वाली चुनौती की पहचान करते हुए दोनों नेताओं ने आतंकवाद से निपटने के लिए द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का वायदा किया.
बयान में कहा गया है, ‘दोनों नेताओं ने खुफिया सूचनाओं को एक दूसरे के साथ साझा करने, अधिक प्रभावी आतंकवाद रोधी नीतियों को विकसित करने, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच संपर्क बढ़ाने, आतंकवाद संबंधी सामग्री, धन और लोगों के आगमन को रोकने के लिए सीमा और आव्रजन नियंत्रण के क्षेत्रों में सहायता मुहैया कराने और सीमा पार होने वाले अपराधों के खिलाफ विशिष्ट कदम उठाने पर सहमति जतायी.’
गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि युद्धोयोनो ने प्रधानमंत्री के साथ वार्ता के बाद एक व्यापारिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया जिसमें अरबों डालर के समझौते किये गये.
इसके अलावा, दोनों पक्षों ने ऊर्जा, रक्षा और निवेश के क्षेत्र में निकट संबंध स्थापित करने पर ध्यान केन्द्रित किया और पारस्परिक विधिक सहायता संधि पर समझौता किया.
इसके साथ ही तेल और गैस, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के क्षेत्र में सहमति पत्र पर और वायु सेवा क्षेत्र में समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये गये.
सहमति पत्र के अन्य क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, प्रेस (मीडिया), यूरिया (उवर्रक) निर्माण, द्विपक्षीय व्यापार मंत्री मंच की स्थापना, शिक्षा और समुद्री तथा मत्स्य क्षेत्र में सहयोग शामिल है.
सहमति पत्र के अन्य क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, प्रेस (मीडिया), यूरिया (उवर्रक) निर्माण, द्विपक्षीय व्यापार मंत्री मंच की स्थापना, शिक्षा और समुद्री तथा मत्स्य क्षेत्र में सहयोग शामिल है.
बयान में कहा गया, ‘भारत-इंडोनेशिया सामरिक साझीदारी के लिए विजन स्टेटमेंट 2025’ तैयार करने के नजरिये के साथ दोनों नेताओं ने विशिष्ट व्यक्ति समूह स्थापित करने की घोषणा की जो अपनी चर्चा के माध्यम से अगले 15 साल के लिए भारत इंडोनेशिया के संबंधों का एक खाका तैयार करने के साथ साथ भविष्य की प्रगति को दिशा निर्देश देगा.’
दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार और निवेश संबंधों पर संतोष जताते हुए कहा कि 2005 के दौरान दोनों देशों के बीच सामरिक रणनीति स्थापित होने के बाद से दोनों देशों के बीच होने वाला व्यापार लगभग तीन गुना हो गया है.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो का स्वागत करने पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो का स्वागत करने पहुंचे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरचरण कौर.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो का स्वागत करते प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरचरण कौर.
मंगलवार, 25 जनवरी, 2011 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का नीरिक्षण करते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो.
मंगलवार, 25 जनवरी, 2011 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का नीरिक्षण करते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो.
मंगलवार, 25 जनवरी, 2011 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का नीरिक्षण करते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो.
मंगलवार, 25 जनवरी, 2011 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का नीरिक्षण करते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो.
मंगलवार, 25 जनवरी, 2011 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का नीरिक्षण करते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो.
मंगलवार, 25 जनवरी, 2011 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुसिलो बाम्बगांग युद्धोयुनो का स्वागत करते प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरचरण कौर.