26/11 के एकमात्र जीवित आतंकी अजमल आमिर कसाब की फांसी की सजा पर मुंबई में मिठाई बांटता एक मुस्लिम शख्स.
मुंबई हमलों के दौरान दीवारों में लगे ये गोलियों के निशान तो मिट जाएंगे लेकिन लोगों के दिल में लगे जख्म शायद ही भर पाएं.
10 पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 नंवबर को मुंबई के कई इलाकों में अंधाधुंध गोलियां बरसाई, जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई.
इस हमले में कसाब को जीवित पकड़ा जा सका. फिलहाल कसाब को मुंबई स्थित जेल में रखा गया है.
इस हमले में भारतीय सहित कई विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई थी.
भारत सरकार के पास इस पूर्वनियोजित हमले में पाकिस्तानी सेना का हाथ होने के पुख्ता सबूत हैं लेकिन पाकिस्तान ने अबतक इस पर कोई माकूल कार्रवाई नहीं की है.
सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कसाब को फांसी दिलवाने में अहम भूमिका निभाई. फांसी की सजा के बाद निकम पत्रकारों को जीत का निशान दिखाते हुए.