जैतापुर परमाणु संयंत्र की सुरक्षा को लेकर जहां चिंता जतायी जा रही है, वहीं पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि इस तरह की परियोजनाएं शुरू करने से पहले अब सुनामी जैसी आपात स्थितियों से निपटने की देश की तैयारियों पर गौर करने की जरूरत है. उन्होंने भूकंप और सुनामी के बाद जापान में एक परमाणु संयंत्र की सुरक्षा पर छाये संकट को ‘खतरनाक’ करार देते हुए रमेश ने कहा कि हमें इससे उचित सबक लेने की जरूरत है.
जयराम रमेश ने ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2011’ में ‘द वे टू ए ग्रीन जीडीपी’ सत्र के दौरान कहा, ‘मेरे विचार से हमें थोड़ा ठहरने की जरूरत है. हमें सुरक्षा व्यवस्था पर गौर करना होगा. हमें सुनामी जैसी आपात स्थितियों के लिये तैयारियों पर गौर करना होगा.’ रमेश ने कहा कि यह समय शांतिपूर्वक सोचने का है. लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि भारत परमाणु ऊर्जा को हमेशा के लिये नहीं छोड़ने जा रहा है.
जयराम रमेश ने कहा कि हमारी ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र को छोड़ना अतार्किक होगा. जापान में जो हुआ वह पूरी तरह चौंका देने वाली घटना है और हमें हमारी व्यवस्था का पेशेवर तरीके से स्वतंत्र ऑडिट करने की जरूरत है.