भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग ने वर्ल्डकप के अपने पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 175 रन की पारी खेली.
इसी मैच में विराट कोहली ने नाबाद 100 रन बनाए.
भारत ने पहले खेलते हुए 370 रन बनाए जिसके जवाब में बांग्लादेश 283 रन ही बना सकी और भारत 87 रन से यह मैच जीत गया.
दूसरा मैच इंग्लैंड के साथ हुआ, जिसमें गंभीर ने उपयोगी 51 रन की पारी खेली.
सचिन ने इस मैच में 120 रन की पारी खेली.
सचिन के शतक के जवाब में इंग्लैंड के कप्तान स्ट्रॉस ने 158 रन की पारी खेली और यह मैच टाई रहा.
तीसरा मैच आयरलैंड के साथ था, जिसके नायक थे युवराज सिंह. युवराज सिंह ने पांच विकेट लिए और नाबाद 50 रन बनाए.
सचिन ने पारी की सधी शुरुआत की थी और 38 रन बनाए थे.
धोनी ने युवराज का साथ दिया था और पांचवें विकेट के लिए महत्वपूर्ण 67 रन की साझेदारी की.
जहीर ने नीदरलैंड के खिलाफ 20 रन देकर सर्वाधिक तीन विकेट झटके.
युवराज ने नाबाद 51 रन की पारी खेली और मैच में दो विकेट भी झटके.
धोनी और युवराज की जोडी ने छठे विकेट के लिए 52 रन की नाबाद पारी खेली.
कैलिस 69 रन बनाकर रन आउट हुए. इस मैच में जहीर ने 43 रन देकर एक विकेट झटका.
सचिन ने 111 रन की पारी खेली.
गंभीर ने सचिन का बखूबी साथ दिया और 69 रन बनाए.
युवराज ने टीम के लिए फिर बहुउपयोगी पारी खेली और 113 रन बनाए.
आर अश्विन ने भारत की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत की और 41 रन देकर दो विकेट झटके.
भारत ने अपने मैचों में बहुत ही खराब क्षेत्ररक्षण किया लेकिन रैना हमेशा मैदान पर सजग रहे.
सचिन ने 53 रन की पारी खेली और इस मैच में वनडे क्रिकेट में 18 हजार रन पूरे किए.
युवराज और रैना ने छठे विकेट के लिए नाबाद 74 रन की पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हरा दिया.
युवराज ने भारत की ओर से सर्वाधिक नाबाद 57 रन की पारी खेली और मैन ऑफ द मैच बने.