अन्ना हजारे लोकपाल विधेयक और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने आंदोलन में डटे हुए हैं और साथ ही डटा हुआ है पूरा हिंदुस्तान.
पूरे देश में जगह-जगह लोग अन्ना हजारे के आंदोलन से जुड़ रहे हैं.
झारखंड के वरीय नागरिक संघ के सदस्यों ने भी अन्ना हजारे की लोकपाल विधेयक और भ्रष्टाचार मुहिम का समर्थन किया. साथ ही संघ ने लोगों से यह अपील भी की कि वो अन्ना हजारे के समर्थन में खुल कर आगे आएं.
अन्ना हजारे के समर्थन में चेन्नई के लोगों ने कैंडल लाइट मार्च का आयोजन किया.
मुंबई में लोगों ने अन्ना हजारे के समर्थन में कैंडल मार्च का आयोजन किया.
अन्ना हजारे के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे अभिनेता अनुपम खेर ने कहा है, ‘जंतर मंतर पर उल्लास का माहौल है. दोस्तों इस अभियान को समर्थन दीजिए. हमारे पास एक यह ही आशा है.’ अनुपम ने लिखा है, ‘आज सुबह मैं जंतर मंतर पर था. 13 तारीख से जेल भरो आंदोलन शुरू होने वाला है.’
नेताओं को संबोधित करते हुए अनुपम ने ट्विटर पर लिखा है, ‘नेता जो भी कर रहे हैं, अब उन्हें बस करना चाहिए. बहुत हो चुका. अवैध पैसा लौटाइए. सम्मान कमाइए, ईमानदार बनिए, नहीं तो पद छोड़ दीजिए.’
इंडिया गेट के समीप लोगों ने भारतीय तिरंगे को लहराकर देशव्यापी आंदोलन के फैलते दायरे का संकेत दिया.
अन्ना हजारे के समर्थन में उनके गृह जिले अहमदनगर में सभी तबके के लोग उनके समर्थन में सड़कों पर उतर आए. कई स्वयं सेवी संस्थाओं की ओर से आयोजित एक मार्च में करीब 3,500 लोगों ने भाग लिया. हजारे के गृह तहसील पारनर में शिव सैनिकों सहित 5,000 लोगों ने उपवास भी रखा.
अहमदाबाद में अन्ना हजारे की मांग के समर्थन में आयोजित कैंडल लाइट मार्च में हजारों लोगों ने भाग लिया.
चेन्नई के मरीना बीच पर महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने लोगों ने अन्ना हजारे के लोकपाल विधेयक के समर्थन में कैंडल लाइट मार्च का आयोजन किया.
इंडिया गेट पर अन्ना हजारे के आंदोलन के समर्थन में लोगों ने एकजुट होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना की आवाज को और बुलंद किया.
भ्रष्टाचार रूपी देश की विकलांगता का विरोध करता एक आंदोलनकर्ता.
देश के युवाओं ने अन्ना हजारे के लोकपाल बिल की मांग का पुरजोर समर्थन किया है और एकजुट होकर सरकार को यही संदेश दे रहे हैं कि यह सिर्फ अन्ना की आवाज नहीं पूरे देश की मांग है.
जंतर मंतर पर अन्ना हजारे के आंदोलन के समर्थन में लोगों ने नारेबाजी की और लोकपाल विधेयक को विशेष संशोधन के साथ पारित करने की मांग की.
लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर जंतर मंतर पर अनशन कर रहे गांधीवादी नेता अन्ना हजारे का समर्थन करने जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक हमशक्ल पहुंचां तो वहां कुछ क्षणों के लिये हलचल तेज हो गयी. वेशभूषा-कदकाठी में प्रधानमंत्री की तरह नजर आने वाले 62 वर्षीय गुरमीत सिंह जब अनशन स्थल पर पहुंचे तो वहां मौजूद हजारे के समर्थकों को एकबारगी यह लगा कि खुद मनमोहन सिंह उनके बीच आ गये हैं. गुरमीत सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं हजारे का समर्थन करने यहां आया हूं. हजारे की लड़ाई हमारे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिये है.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री को उनकी बात सुननी चाहिये और उनकी मांगें माननी चाहिये.’
एक समर्थन ने तो अपने शरीर पर ही ‘भ्रष्टाचार मुक्त हो देश हमारा’ का नारा लिखवा दिया.
भारी संख्या में लोग अन्ना के समर्थन में सड़कों पर उतरने लगे हैं.
लोग यह तो मानते हैं कि अन्ना हजारे अकेले ही हजार लोगों के बराबर हैं. साथ ही उनकी यह मांग भी है कि लोग खुलकर अन्ना के समर्थन में आगे आएं.
अन्ना हजारे के समर्थन में इंडिया गेट पर उमड़ा लोगों का हुजूम.
इंडिया गेट पर कैंडल मार्च के दौरान लोगों ने खुलकर अन्ना का समर्थन किया.
देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग पर आमरण अनशन पर बैठे मशहूर गांधीवादी अन्ना हजारे की मुहिम का समर्थन किया और उनकी मांग को पूरी तरह जायज़ बताया.
इलाहाबाद में साधुओं ने भी अन्ना हजारे की मुहिम का समर्थन किया.
इंडिया गेट पर अन्ना हजारे की मांग के समर्थन में लोग तिरंगे और बैनरों के साथ पहुंचे.
इंडिया गेट पर कैंडल मार्च का एक विहंगम दृश्य.
अन्ना हजारे के आंदोलन से जुड़े सभी लोगों पर गांधीवाद का छाप नजर आने लगी.
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में शामिल हुये क्रिकेट प्रशंसक. देखिए बैनर में क्या लिखा है.
मुंबई में जब लोग सड़कों पर उतरे तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, इस बात पर एक बुजुर्ग पुलिसवाले से बात करते हुए.
अन्ना हजारे की मांग का समर्थन करते हाथ में तिरंगा लिए एक बुजुर्ग.
महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने आजादी के बाद के सबसे बड़े सत्याग्रह के समर्थन में जुटे लोग.
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम का लोगों ने मोमबत्ती जलाकर समर्थन किया.
देश भर में लोग अन्ना हजारे का साथ देने के लिए अनशन करने पर आमदा हो गए.
5 अप्रैल से ही अन्ना हजारे आमरण अनशन पर हैं.
महात्मा गांधी की प्रतिमा भी अन्ना हजारे के आमरण अनशन पर लोगों के समर्थन का गवाह बनी.
लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे समेत पूरे देशवासियों की इस लड़ाई का अपने शब्दों में समर्थन किया.
आवाम की आवाज, ‘अन्ना तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं.’
भंडारकर ने अन्ना हजारे से जंतर मंतर पर मुलाकात की और अपना समर्थन जताया. ‘फैशन’ फिल्म के निर्देशक ने कहा, ‘पूरी फिल्म इंडस्ट्री अन्नाजी के साथ है. यह हर एक आम भारतीय की आवाज है. मैं यहां भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके आंदोलन में साथ देने के लिए आया हूं.’
देश की युवा पीढ़ी (खासकर युवतियों) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करते हुए संकल्प लिया.
अन्ना हजारे 5 अप्रैल से आमरण अनशन पर हैं और इस दौरान उनका वजन 2 किलो घट गया है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे सामाजिक कार्यकर्ता अण्णा हजारे के आंदोलन में शामिल युवाओं और बुजुर्गों के बीच दृष्टिहीन छात्रों का एक छोटा सा समूह भी मौजूद है, जो इस प्रदर्शन की धड़कनों को महसूस करना चाहता है और उनके लिए आवाज उठाने वाले इंसान को ‘देखना’ चाहता है.
प्रधानमंत्री निवास पर उच्चस्तरीय बैठक के बाद स्वामी अग्निवेश ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हमारी मांगों पर सम्मानजनक एवं सर्वमान्य समाधान निकल आएगा.’
लोकपाल विधेयक पर अपनी मांग को लेकर अन्ना हजारे ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए 13 अप्रैल से ‘जेल भरो आंदोलन’ शुरू करने का देश वासियों से आह्वान किया है.
अन्ना हज़ारे के आंदोलन का समर्थन करते हुए वाम दलों ने सरकार से कहा कि लोकपाल विधेयक के नये मसौदे को अंतिम रूप देने के लिये उसे सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और नागरिक संगठनों से सलाह-मशविरा करना चाहिये. भाकपा (माले) लिब्रेशन ने भी हज़ारे के आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि संगठन के नेता और कार्यकर्ता हजारे से एकजुटता दर्शाते हुए पटना और दिल्ली में अनशन करेंगे.
तमिलनाडु के पूर्व निर्वाचन अधिकारी नरेश गुप्ता ने लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर आमरण अनशन कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को अपना समर्थन देने की बात कही. भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी ने अन्ना हजारे के समर्थन में यहां आयोजित प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया और कहा उनका संघर्ष समाज में बड़ा बदलाव लाने में सहायक होगा. हजारे के साथ अनशन पर बैठे सी सेल्वाराज और वी गोपालकृष्णा गुप्ता के प्रति भी उन्होंने अपना समर्थन जताया.
जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का समर्थन करते हुए कहा कि वह हजारे के लोकपाल विधेयक का स्वागत करते हैं. स्वामी ने कहा, ‘मैं हजारे के लोकपाल विधेयक की मांग का स्वागत करता हूं. किरण बेदी ने मुझसे सामाजिक संगठन में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. मैं तमिलनाडु में चुनाव अभियान में व्यस्त हूं. मैं 13 अप्रैल के विधानसभा चुनाव के बाद हजारे को सक्रिय समर्थन दूंगा.’