जन लोकपाल विधेयक के लिये प्रस्तावित संयुक्त समिति के मुद्दे पर सरकार ने ड्राफ्ट की एक कॉपी स्वामी अग्निवेश को सौंप दिया. इसके बाद अन्ना अन्य आमरण अनशनकारियों का अनशन तुड़वाने के बाद एक बच्ची के हाथों नींबू पानी पीकर अपना अनशन तोड़ा.
अधिसूचना की प्रति प्राप्त होने के बाद हजारे ने शनिवार सुबह 10.30 बजे अपने साथियों के साथ अनशन समाप्त किया.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जन लोकपाल विधेयक को और सख्त बनाने के समर्थन में और इस बिल की ड्राफ्टिंग में आम नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करने के समर्थन में अन्ना हजारे राजधानी के जंतर-मंतर पर पिछले पांच दिनों से आमरण अनशन पर बैठे थे.
अनशन तोड़ने के मौके पर दिल्ली के जंतर मंतर पर किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल, मेधा पाटकर और स्वामी अग्निवेश समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जन लोकपाल विधेयक को और सख्त बनाने के समर्थन में और इस बिल की ड्राफ्टिंग में आम नागरिक की भागीदारी सुनिश्चित करने के समर्थन में अन्ना हजारे राजधानी के जंतर-मंतर पर पिछले पांच दिनों से आमरण अनशन पर बैठे थे.
आत्मनिर्वासन का जीवन गुजार रहे चित्रकार एम. एफ. हुसैन ने यह कहते हुए अन्ना हजारे के समर्थन में एक कार्टून बनाया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष चला रहे अन्ना ‘एक दूसरी क्रांति कर रहे हैं.’
लोगों को संबोधित करते हुए अन्ना ने कहा कि ये मेरी नहीं आप सबकी जीत है. इस आंदोलन में युवा शक्ति का शामिल होना उम्मीद की किरण है.
अन्ना ने कहा कि अब हमारी ज़िम्मेदारी बढ़ गई, हमें लोकपाल बिल का मसौदा तैयार करना है ये पहली चुनौती है. दूसरा संघर्ष है मसौदा बनने के बाद मंत्रिमंडल इसे मंज़ूर करे. तीसरा संघर्ष है लोक सभा में मंज़ूर करवाना. सत्ता का विकेंद्रीकरण की माँग हमारा एक और लक्ष्य है.
अनशन तोड़ने के मौके पर दिल्ली के जंतर मंतर पर किरण बेदी, अरविंद केजरीवाल, मेधा पाटकर और स्वामी अग्निवेश समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे.
भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ सख़्त लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे वरिष्ठ गांधीवादी अन्ना हज़ारे और केंद्र सरकार के बीच जारी गतिरोध शुक्रवार रात ख़त्म हुआ था.
इस अवसर पर स्वामी अग्निवेश ने कहा, "लोगों ने एकजुटता का परिचय दिया है. इस जीत का सारा श्रेय लोगों को जाता है. लेकिन लड़ाई ख़त्म नहीं हुई है बल्कि शुरु हुई है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ जंतर मंतर में लोग अलग अलग बैनरों के साथ नजर आ रहे हैं...
इंडिया अगेन्स्ट करप्शन फोरम अन्ना हजारे का संदेश लोगों को प्रिंट करा बांट रही है.
अन्ना जी संघर्ष करो, देश तुम्हारे साथ है... के पोस्टरर्स भारी संख्या में नजर आ रहे हैं.
जंतर मंतर पर भारतीय टीवी न्यूज चैनलों का हूजूम उमड़ पड़ा है.
जंतर मंतर के साइन बोर्ड के सामने खड़ी पुलिस.
जंतर मंतर जाने का रास्ता बताता साइन बोर्ड.
जंतर मंतर में कई एनजीओ ने अपने अपने पोस्टर्स लगा रखे हैं.
प्रदर्शन स्थल पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है.
लोग बैनर-पोस्टर्स लेकर मांग कर रहे हैं कि जन लोकपाल बिल जल्द पारित हो.
इस भीड़ में हर इंसान अपनी ओर से मेहनत कर रहा है. न्याय की मांग करता यह कार्यकर्ता.
युवा से लेकर बुजुर्ग तक...सभी इसमें अपनी हिस्सेदारी दर्ज करवाना चाह रहे हैं.
बैनर और पोस्टर्स में जिस नेता पर सबसे ज्यादा गुस्सा दिख रहा है, वो हैं, कलमाडी और राजा.
भ्रष्टाचार का तराजू का स्केच खींच कर अपना विरोध दिखाता एक शख्स.
लोगों की मांग है कि अन्ना हजारे ही ड्राफ्ट कमेटी के अध्यक्ष बने.
लोगों ने पोस्टरों में हस्ताक्षर अभियान भी चला रखा है.
आजतक संवाददाता कार्तिकेय शर्मा जंतर मंतर से लाइव रिपोटिंग करते हुए.
देश भक्ति गीत और अलग अलग नारों के बीच लोग बैठ कर वक्ताओं को सुनते हुए.
भारी भीड़ और गर्मी के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हो रहा है.
सभी इस ऐतिहासिक मौके का गवाह बनने के लिए आ रहे हैं.
कैमरा और रिपोर्टर्स अपने काम में लगे हुए हैं.
स्टेज पर शांत मुद्रा में बैठे हुए अन्ना हजारे.
देश को बचाना है, भ्रष्टाचार मिटाना है...
एक ओर खाने के स्टॉल तो दूसरी ओर पांच दिन से आमरण अनशन पर बैठे अन्ना हजारे.
आजतक का ओबी वैन जो लगातार संवाददाताओं की लाइव रिपोर्टिंग आप तक पहुंचा रहा है.
लोगों का गुस्सा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ऊपर भी निकल रहा है.
अन्ना हजारे का सुनती चुपचाप जनता.
अभी तो अंगड़ाई है, आगे बड़ी लड़ाई है....एक पोस्टर
प्रधानमंत्री पर लोगों का गुस्सा कितना है यह पोस्टर इसकी बानगी है....
प्रधानमंत्री पर लोगों का गुस्सा कितना है यह पोस्टर इसकी बानगी है....
भ्रष्टाचार के आगे नहीं झुकने वालों को कई बार मार दिया गया है. एक पोस्टर उन्हीं जाबांजो को अपनी श्रद्धांजलि देता हुआ.
आईपीएल सीजन चार की शुरुआत शुक्रवार से हुई, इसके बावजूद लोगों की भीड़ जंतर मंतर पर जमी रही.
भ्रष्टाचार नाम की बीमारी को दिखाता यह एक पेंटिंग.
अन्ना आर्मी के ये जाबांज नौजवान.
नेताओं पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है.
यह साइन बोर्ड कुछ यूं लग रहा है जैसे सरकार को कह रहा हो आपके पास कोई रास्ता नहीं है.
लोगों ने अलग अलग तरह के पंफलेटस और पोस्टर हाथों से लिख रखे हैं.
भ्रष्टाचार से आहत यह परिवार एक साथ घर पर बने एक पोस्टर को थामे हुए.
न्याय चक्र के बैनर तले बैठे कार्यकर्ता.
इंडिया अगेनस्ट करप्शन के कार्यकर्ता लोगों से प्रतिक्रियाएं लेते हुए.
जंतर मंतर से लाइव रिपोर्टिंग करते वरिष्ठ संवाददाता सुमित अवस्थी.
लोगों का हूजूम जंतर मंतर से मार्च करता हुआ इंडिया गेट की ओर गया.