दुनियाभर में अपना आध्यात्मिक प्रभाव फैलाने वाले श्री सत्य साईबाबा का रविवार सुबह आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में हृदय और श्वसन तंत्र के निष्क्रिय होने के चलते निधन हो गया. वह पिछले एक महीने से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे.
आध्यात्मिक प्रभाव के साथ ही विवादों में भी रहे 86 वर्षीय सत्य साईबाबा ने आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पुट्टपर्थी कस्बे में खुद के स्थापित श्री सत्य साई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर मेडिकल साइंसेस में सुबह 7.40 बजे अंतिम सांस ली.
श्री सत्य साईबाबा अपने पीछे एक बड़ा साम्राज्य छोड़ गये हैं जिसमें करीब 40 हजार करोड़ रुपये से लेकर डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक की संपत्ति होने का अनुमान है.
अब ट्रस्ट के प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं. हालांकि पिछले दो हफ्ते से यहां डेरा जमाए रेड्डी ने कहा कि ट्रस्ट की गतिविधियों को लेकर कोई विवाद नहीं है.
सत्य साईं बाबा के निधन के बाद आंध्र प्रदेश सरकार ने चार दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.
साईबाबा के निधन की औपचारिक घोषणा से पहले ही और उनकी तबीयत और अधिक बिगड़ने की खबरों के बाद सुबह से ही पुट्टपर्थी में पूरी तरह बंद का नजारा था.
इससे पहले बाबा का स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने की खबर सुनकर उनके परिजन, आंध्र प्रदेश सरकार के मंत्री और सरकारी अधिकारी अस्पताल पहुंच गये.
हैदराबाद से 450 किलोमीटर दूर पुट्टपर्थी में साईबाबा के देहावसान की खबर के बाद निराशा का माहौल छा गया.
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिंहन और मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी बाबा के निधन की खबर मिलने के बाद हैदराबाद से यहां पहुंचे.
डीएमके प्रमुख करुणानिधि के साथ सत्य साईं बाबा.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ सत्य साईं बाबा.
भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ साईं बाबा.
सत्यसाईं बाबा के निधन की खबर से आंध्रप्रदेश के उत्तरी गोदवरी जिले में सत्य साईंबाबा मंदिर में उनके श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा.
सत्यसाईंबाबा के कट्टर भक्त पी लक्ष्मी ने कहा कि हमें अब भी विश्वास नहीं हो रहा कि उनकी मृत्यु हो गयी. हम कुछ चमत्कार की आस लगाए हैं कि वह लौट सकते हैं और हमें आर्शीवाद दे सकते हैं.
अब भी कई श्रद्धालु उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने पुट्टपर्थी जा रहे हैं.
राज्य सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि सत्य साई बाबा का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा.
वर्ष 1926 में एक सामान्य परिवार में जन्मे सत्यनारायण राजू अपने चमत्कारों और आध्यात्मिक ज्ञान से सत्यसाई के रूप में प्रसिद्ध हुए.
साईं बाबा ने हाथ हिलाकर विभूति और लिंगम जैसी चीजें प्रकट करने के भी चमत्कार किये
स्वयं को शिरडी के साई बाबा का अवतार बताने वाले सत्य साई को हृदय और श्वसन संबंधी समस्याओं के बाद 28 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनके अनेक अंगों ने काम करना बंद कर दिया था.
दुनियाभर में अपना आध्यात्मिक प्रभाव फैलाने वाले श्री सत्य साईबाबा का रविवार सुबह आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में हृदय और श्वसन तंत्र के निष्क्रिय होने के चलते निधन हो गया.
वह पिछले एक महीने से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे.
सत्य साईबाबा ने आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में पुट्टपर्थी कस्बे में खुद के स्थापित श्री सत्य साई इंस्टीट्यूट ऑफ हायर मेडिकल साइंसेस में सुबह 7.40 बजे अंतिम सांस ली.
स्वयं को शिरडी के साई बाबा का अवतार बताने वाले सत्य साई को हृदय और श्वसन संबंधी समस्याओं के बाद 28 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था
उनके अनेक अंगों ने काम करना बंद कर दिया था.
दुनियाभर में अपना आध्यात्मिक प्रभाव फैलाने वाले श्री सत्य साईं बाबा का रविवार सुबह आंध्रप्रदेश के पुट्टापर्थी में हृदय और श्वसन तंत्र के निष्क्रिय होने के चलते निधन हो गया.
वर्ष 1926 में एक सामान्य परिवार में जन्मे सत्यनारायण राजू अपने चमत्कारों और आध्यात्मिक ज्ञान से सत्य साईं के रूप में प्रसिद्ध हुए और भारत की सर्वाधिक लोकप्रिय आध्यात्मिक शख्सियत बन गए.
स्वयं को शिरडी के साईं बाबा का अवतार बताने वाले सत्य साईं को हृदय और श्वसन संबंधी समस्याओं के बाद 28 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बाबा के निधन की खबर के बाद पुट्टपर्थी में आम जनता के साथ जानेमाने लोग पहुँचने लगे हैं और पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
हैदराबाद से 450 किलोमीटर दूर पुट्टपर्थी में सत्य साईं के देहावसान की खबर के बाद निराशा का माहौल छा गया.
पुट्टापर्थी में सुरक्षा के कड़ इंतजाम किए गए हैं.
टीइ इंडिया के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी सत्य साईं बाबा के लाखों भक्तों में से एक थें.
सत्स साईं बाबा का यह भक्त उनके निधन की खबर सुनते ही दुखी हो उठा.
ये महिला भी अपने आंसूओं को नहीं रोक पाई.
सत्य साईं बाबा के निधन से सारे देश में शोक की लहर छा गई.
फूल बेचने वाली इस महिला ने जैसे ही सत्य साईं बाबा के निधन की खबर सुनीं फूट फूटकर रोने लगी.
सत्य साईं बाबा के निधन की खबर मिलते ही ये महिलाएं भी अपने आंखों में आए आसूं को रोक नहीं पाईं.
सत्य साईं बाबा के निधन की खबर सुनते ही लाखों भक्तों की आखें नम हो गईं.
सत्य साईं बाबा के प्रति लोगों के मन अपार आस्था थी.